
नई दिल्ली. 4G connectivity in Ladakh: अब लद्दाख के गलवान और डेमचोक जैसे दूर-दराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोग भी 4G इंटरनेट का उपयोग कर पाएंगे। भारत सरकार की एक बड़ी पहल के तहत, इन क्षेत्रों में मोबाइल इंटरनेट सेवा शुरू की जा रही है, जो संचार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सेना के सहयोग से यह परियोजना लागू की गई है, जो न केवल स्थानीय निवासियों बल्कि भारतीय सेना के जवानों के लिए भी लाभकारी होगी।
भारतीय सेना ने फायर एंड फ्यूरी कोर के तहत भारती एयरटेल के साथ मिलकर लद्दाख के विभिन्न हिस्सों में 42 मोबाइल टावर स्थापित किए हैं। इन टावरों से कारगिल, सियाचिन, दौलत बेग ओल्डी (DBO), गलवान और डेमचोक जैसे रणनीतिक स्थानों पर 4G सेवा उपलब्ध होगी। इस नई पहल से इन क्षेत्रों में रहने वाले लोग और सेना के जवान दोनों ही तेज इंटरनेट कनेक्टिविटी का लाभ उठाने में सक्षम होंगे।
क्षेत्र में संचार और विकास का नया दौर
जिन इलाकों में यह 4G सेवा शुरू की गई है, वे चीन सीमा के निकट स्थित हैं और रणनीतिक दृष्टिकोण से अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। यह सेवा स्थानीय लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में सक्षम बनाएगी, वहीं साथ ही ऑनलाइन शिक्षा, टेलीमेडिसिन, और रोजगार के नए अवसर भी खोलेगी। इसके अलावा, इस सेवा से लद्दाख में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलने की संभावना है, जो क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक बदलाव का संकेत है। 4G कनेक्टिविटी के जरिए स्थानीय लोगों को बेहतर रोजगार और आजीविका के अवसर मिलेंगे, और वे विकास की मुख्यधारा में शामिल हो सकेंगे।
डिजिटल इंडिया की ओर बड़ा कदम
गलवान और डेमचोक जैसे दूरस्थ और सीमावर्ती क्षेत्रों में 4G कनेक्टिविटी स्थापित करना न केवल विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि यह डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को साकार करने की दिशा में भी महत्वपूर्ण है। इस कदम से इन क्षेत्रों के नागरिकों को 21वीं सदी की डिजिटल सेवाओं का लाभ मिल सकेगा, और इन इलाकों का विकास तेजी से हो सकेगा। यह पहल ऐसे समय पर हुई है जब भारत और चीन के बीच लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जारी तनाव को लेकर उच्च स्तरीय कूटनीतिक और सैन्य वार्ताएँ हो रही हैं। इसके साथ ही, पिछले कुछ वर्षों में भारत सरकार और सेना ने इस क्षेत्र में सैन्य सुविधाओं के अलावा बुनियादी ढांचे के विकास पर भी बड़े निवेश किए हैं, जिसका परिणाम अब दिखने लगा है।
आखिरकार, लद्दाख का विकास हो रहा है तेजी से
गौरतलब है कि यह 4G इंटरनेट सेवा न केवल लद्दाख के निवासियों के लिए, बल्कि वहां तैनात सैनिकों के लिए भी एक वरदान साबित होगी। इसकी मदद से सैन्य अभियान और संचार की गति को बढ़ावा मिलेगा, जिससे सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होगी। इस पहल के माध्यम से लद्दाख को डिजिटल और विकास की मुख्यधारा में लाना निश्चित ही क्षेत्र के समग्र विकास के लिए एक निर्णायक कदम साबित होगा।
