
Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध अब 1,000 दिनों से अधिक समय तक चल चुका है और हर दिन इसके और भी बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। इस युद्ध में अब यूक्रेन ने एक नया हथियार पेश किया है, जो किसी साइंस फिक्शन फिल्म के दृश्य जैसा लगता है। यूक्रेन ने अपनी सेनाओं के लिए एक शक्तिशाली लेजर हथियार पेश किया है, जिसे ट्रिज़ुब (Tryzub) या ट्राइडेंट कहा जा रहा है। यह हथियार यूक्रेन के राष्ट्रीय प्रतीक “ट्रिज़ुब” से प्रेरित है, जो शक्ति, एकता और स्वतंत्रता का प्रतीक है।
क्या है ट्रिज़ुब?
हालांकि इस हथियार के बारे में ज्यादा जानकारी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन यूक्रेन की सशस्त्र सेनाओं के कोमांडर वद्यम सुखारेव्स्की ने हाल ही में एक रक्षा सम्मेलन में इस हथियार की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि ट्रिज़ुब एक उच्च-तकनीकी लेजर हथियार है, जिसे किसी भी उड़ते हुए लक्ष्य को दो किलोमीटर से ज्यादा दूर से नष्ट करने के लिए तैयार किया गया है। सुखारेव्स्की ने दावा किया कि “यह सच में काम करता है, यह वास्तव में अस्तित्व में है। हम कह सकते हैं कि आज के दिन यूक्रेन वह पाँचवाँ देश है, जो यह दावा कर सकता है कि उसके पास एक लेजर हथियार है।”
किस तरह का हथियार है ट्रिज़ुब?
ट्रिज़ुब के बारे में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह लेजर हथियार उड़ते हुए लक्ष्यों को 2 किलोमीटर से भी ज्यादा दूर से नष्ट कर सकता है। ट्रिज़ुब का डिज़ाइन कुछ हद तक ब्रिटेन के ड्रैगनफायर सिस्टम से प्रेरित हो सकता है, जो एक लेजर डायरेक्टेड एनर्जी वेपन (LDEW) है। ड्रैगनफायर सिस्टम में शक्तिशाली रोशनी की एक किरण होती है, जो अपने लक्ष्य को गति की रफ्तार से नष्ट कर देती है। यह लेजर हथियार ड्रोन, मिसाइल, और यहां तक कि उपग्रहों जैसे हवाई खतरों से निपटने में सक्षम है।
ड्रैगनफायर की खासियत यह है कि यह बेहद सटीक है – इसे 1 पाउंड की सिक्के जैसे छोटे लक्ष्य को भी सटीक रूप से निशाना बनाने में सक्षम बताया जाता है। और इसकी रेंज इतनी दूर तक हो सकती है कि यह किसी भी वस्तु को जला सकता है, उसे 3,000 डिग्री सेल्सियस से भी अधिक तापमान में गर्म कर सकता है।
कैसे बदलेगा ट्रिज़ुब युद्ध का रुख?
अगर ट्रिज़ुब सिस्टम सचमुच प्रभावी है, तो यह यूक्रेन की सैन्य क्षमता को रूस के खिलाफ एक महत्वपूर्ण बढ़त दे सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि ट्रिज़ुब, खासकर ड्रोन जैसे छोटे लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए एक किफायती विकल्प हो सकता है। अगर यह ड्रैगनफायर तकनीक पर आधारित है, तो ट्रिज़ुब के हर शॉट की कीमत 10 पाउंड (करीब 1,000 रुपये) से भी कम हो सकती है।
इसके अलावा, ट्रिज़ुब को हाइपरसोनिक मिसाइलों से बचाव के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जो 6,115 किमी/घंटा की रफ्तार से उड़ती हैं। और सबसे बड़ी बात, लेजर हथियारों की सबसे बड़ी ताकत यह है कि उनके पास असीमित गोला-बारूद होता है – यह सिर्फ एक शक्ति आपूर्ति पर निर्भर करता है, यानी एक बार चार्ज होने पर यह लगातार हमला कर सकता है!
ट्रिज़ुब का भविष्य और यूक्रेन की उम्मीदें
यूक्रेन का ट्रिज़ुब हथियार अगर पूरी तरह से प्रभावी होता है, तो यह युद्ध के मैदान में एक बड़ा गेम चेंजर साबित हो सकता है। यह न केवल यूक्रेन को रूस के खिलाफ सैन्य दृष्टि से मजबूत करेगा, बल्कि इसे एक नई तकनीकी दिशा में भी अग्रसर कर सकता है। इसके अलावा, इसका प्रभाव सीमित संसाधनों वाले देशों के लिए एक प्रेरणा हो सकता है, जो युद्ध में नई और किफायती तकनीकों का इस्तेमाल करना चाहते हैं। इस नई तकनीकी पहल से यह साफ है कि युद्ध सिर्फ परंपरागत हथियारों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि अब स्मार्ट हथियारों का दौर आ गया है, जो तकनीकी ताकत पर आधारित होंगे।
