
नई दिल्ली. Manmohan Singh’s final farewell: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार आज दिल्ली के निगमबोध घाट पर पूरी राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनके पार्थिव शरीर को कांग्रेस मुख्यालय से फूलों से सजे वाहन में लाकर शमशान घाट तक पहुंचाया गया, जहाँ उन्हें सशस्त्र गार्ड ऑफ ऑनर और 21 तोपों की सलामी दी गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य राजनेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की। डॉ. सिंह का निधन 92 वर्ष की आयु में गुरुवार रात दिल्ली के AIIMS अस्पताल में हुआ। उन्हें “भारत के आर्थिक सुधारों का निर्माता” माना जाता था। उनका योगदान भारतीय अर्थव्यवस्था में बदलाव लाने में अभूतपूर्व था, और वे 2004 से 2014 तक प्रधानमंत्री के रूप में सेवा में थे। उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ हुआ, जहाँ कांग्रेस और बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं सहित गणमान्य व्यक्तियों ने शोक व्यक्त किया।
अंतिम यात्रा में भावुक श्रद्धांजलियां
डॉ. सिंह के पार्थिव शरीर को सेना के वाहन में फूलों से सजा कर उनके आवास से कांग्रेस मुख्यालय लाया गया। रास्ते में “जब तक सूरज चाँद रहेगा, मनमोहन सिंह का नाम रहेगा” के नारों से वातावरण गूंज उठा। राहुल गांधी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, और डॉ. सिंह के परिवार के सदस्य इस अंतिम यात्रा में शामिल हुए। राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा, “मनमोहन सिंह जी ने देश को असीम ज्ञान और ईमानदारी से नेतृत्व किया। उनका व्यक्तित्व हमें हमेशा प्रेरित करेगा।”
शोक सभा में उच्च अधिकारियों की उपस्थिति
दिल्ली में आयोजित शोक सभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा सेना, नौसेना और वायुसेना के प्रमुख तथा अन्य रक्षा अधिकारी उपस्थित थे। भारतीय राजनीति में उनके योगदान के कारण यह विदाई एक ऐतिहासिक क्षण बन गई।
कांग्रेस मुख्यालय में अंतिम दर्शन
शुक्रवार को डॉ. सिंह का पार्थिव शरीर उनके घर से कांग्रेस मुख्यालय लाया गया, जहां उनके समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने उनका शव कांग्रेस ध्वज में लपेट कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
दिल्ली में ट्रैफिक प्रतिबंध और मार्ग परिवर्तन
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने निगमबोध घाट के पास ट्रैफिक नियंत्रण को लेकर एडवाइजरी जारी की है। शनिवार को राज्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार में विदेशी dignitaries और सामान्य जनता की बड़ी संख्या में भागीदारी की उम्मीद है। रिंग रोड, राजघाट, सिग्नेचर ब्रिज जैसे प्रमुख मार्गों पर 7:00 बजे से 3:00 बजे तक ट्रैफिक डायवर्जन और प्रतिबंध लागू किए जाएंगे। यात्रियों से अपील की गई है कि वे इन क्षेत्रों से बचें और सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करें।
मनमोहन सिंह का प्रभाव और विरासत
डॉ. सिंह का कार्यकाल भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में परिवर्तन का दौर था। उनके द्वारा शुरू किए गए आर्थिक सुधारों ने भारत को वैश्विक आर्थिक मानचित्र पर मजबूत स्थान दिलाया। वे अपनी पत्नी गुरशरण कौर और तीन बेटियों के साथ अपने परिवार का नेतृत्व करते थे, और उनके जाने से देश को एक महान नेता का शोक है। उनका योगदान भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था के इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा, और उनकी शांति की यात्रा देशवासियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।
