Bollywood actress: बॉलीवुड में सितारों का करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहता है। यहां हर फिल्म हिट नहीं होती, और यही इस इंडस्ट्री का हिस्सा है। खासकर महामारी के बाद से, फिल्मों के लिए बॉक्स ऑफिस पर पैसा कमाना मुश्किल हो गया है। साउथ सिनेमा की बढ़ती लोकप्रियता ने भी बॉलीवुड को प्रभावित किया है। हालांकि, कुछ सितारे ऐसे हैं जो इस असर से बच निकले हैं, और एक बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐसी हैं जिन्होंने 9 फ्लॉप फिल्मों के बावजूद सफलता हासिल की। क्या आप इस एक्ट्रेस का नाम बता सकते हैं?
9 फ्लॉप फिल्मों के बावजूद बॉलीवुड में अपनी जगह बनाने वाली एक्ट्रेस
यह एक्ट्रेस हैं परिणीति चोपड़ा, जिन्होंने लगातार फ्लॉप फिल्मों के बावजूद बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई। परिणीति चोपड़ा एक बेहतरीन अभिनेत्री और गायिका हैं, और उनके करियर की कहानी काफी प्रेरणादायक है। परिणीति ने बॉलीवुड में अपनी शुरुआत 2011 में लाडीज वर्सस Ricky Bahl से की, जिसके लिए उन्हें Filmfare Best Female Debut पुरस्कार मिला। इसके बाद, उन्होंने एक के बाद एक हिट फिल्में दीं, जैसे इश्कज़ादे, शुद्ध देसी रोमांस और हसी तो फसी।
जब परिणीति चोपड़ा ने 900 करोड़ की फिल्म ठुकराई
परिणीति की सफलता का दौर ज्यादा लंबा नहीं चला। इसके बाद उन्होंने लगभग 9 फ्लॉप फिल्मों की झड़ी लगाई, जिनमें दावत-ए-इश्क (2014), किल दिल (2014), मेरी प्यारी बिंदु (2017), नमस्ते इंग्लैंड (2018) जैसी फिल्में शामिल थीं। इस कारण उनके करियर पर संकट आ गया। एक इंटरव्यू में परिणीति ने यह खुलासा किया था कि उन्हें संदीप रेड्डी वांगा की ब्लॉकबस्टर फिल्म एनीमल का ऑफर आया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया था। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर करीब 900 करोड़ रुपये कमाए।
मुश्किल वक्त में भी बनीं उम्मीद की किरण
फ्लॉप फिल्मों के बावजूद परिणीति ने खुद को शांत रखा और मेहनत करना जारी रखा। उन्होंने कुछ म्यूजिक वीडियो में भी काम किया और अपने अफेयर को लेकर भी सुर्खियों में रहीं, जब पैपराजी ने उन्हें आम आदमी पार्टी के नेता राघव चड्डा के साथ स्पॉट किया।
परिणीति चोपड़ा का बॉलीवुड में कमबैक
राजनीतिज्ञ राघव चड्डा से शादी के बाद परिणीति की ज़िंदगी में कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिले। 2024 में उन्होंने चमकीला फिल्म के साथ बॉलीवुड में वापसी की, जिसमें वह दिलजीत दोसांझ के साथ नजर आईं। परिणीति का यह कमबैक उनके करियर के लिए नई उम्मीद और ऊर्जा लेकर आया है। परिणीति चोपड़ा की यह कहानी इस बात का उदाहरण है कि मेहनत और समर्पण से किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है, और सफलता फिर से हासिल की जा सकती है।