
जयपुर. Good News: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार ने एक अभिनव और प्रभावशाली योजना शुरू की है, जो समाज के कमजोर वर्ग की बेटियों के भविष्य को सवारने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना है मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, जिसे विशेष रूप से उन परिवारों के लिए लागू किया गया है जो अपनी बेटियों के विवाह के लिए आर्थिक रूप से संघर्ष कर रहे हैं। इस योजना के तहत, राज्य सरकार आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की कन्याओं को विवाह के लिए 51 हजार रुपये तक की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। इस योजना का उद्देश्य केवल आर्थिक सहायता नहीं, बल्कि उन परिवारों को सम्मानजनक तरीके से अपनी बेटियों की शादी करने का अवसर प्रदान करना है, जिनके पास इसके लिए पर्याप्त संसाधन नहीं होते।
योजना का उद्देश्य और लाभ
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का मूल उद्देश्य समाज के उन तबकों तक मदद पहुंचाना है, जो विभिन्न कारणों से विवाह के लिए जरूरी संसाधन जुटाने में कठिनाई महसूस करते हैं। विशेष रूप से बीपीएल (गरीब परिवार), अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, और अल्पसंख्यक वर्ग के परिवारों की बेटियों को इस योजना से सीधे फायदा होगा।
इस योजना के तहत बीपीएल परिवारों की कन्याओं के विवाह के लिए 51 हजार रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी, जबकि अन्य कमजोर वर्ग जैसे विधवा महिलाएं, विशेष योग्यजन और महिला खिलाड़ी के विवाह के लिए सरकार 41 हजार रुपये तक का सहयोग प्रदान करेगी। जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने इस योजना को लेकर निर्देश दिए हैं कि प्रशासन सुनिश्चित करे कि इसका लाभ सही पात्रों तक पहुंचे और यह योजना पूरी तरह से प्रभावी तरीके से लागू हो।
पात्रता की शर्तें
इस योजना के तहत आवेदन करने के लिए कन्या के पिता, माता, या संरक्षक को आवेदन करने का अधिकार होगा। योजना का लाभ केवल राजस्थान के मूल निवासी परिवारों को मिलेगा। यह योजना सिर्फ उन कन्याओं के लिए है जिनकी उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक हो। एक परिवार को अधिकतम दो कन्याओं के विवाह के लिए योजना का लाभ मिल सकता है। इसके अलावा, विधवा महिलाएं, जिनकी वार्षिक आय 50,000 रुपये से कम हो और जिनके परिवार में कोई कमाने वाला सदस्य न हो, उन्हें भी इस योजना का लाभ मिल सकेगा।
बेटी की शादी अब होगी बिना किसी बोझ के
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक दीपेन्द्र सिंह ने बताया कि यह योजना समाज के गरीब और कमजोर वर्ग के लिए एक संजीवनी साबित हो रही है। उन्होंने कहा, “हम यह सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी पात्र परिवार इस योजना से वंचित न रहे, और हर एक बेटी का विवाह सम्मानजनक तरीके से हो सके।”
कैसे करें आवेदन?
यदि आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो आपको ई-मित्र के माध्यम से आवेदन करना होगा। इसके अलावा, पुरानी कलेक्टरी स्थित सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के कार्यालय में भी संपर्क किया जा सकता है। जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि हर पात्र परिवार तक योजना का लाभ पहुंचे, और इसके लिए पूरी तरह से प्रयास किए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना अब उन परिवारों के लिए राहत बन चुकी है, जो अपनी बेटियों के विवाह को लेकर चिंतित थे। इस योजना से बेटियों की शादी एक बोझ नहीं, बल्कि सम्मान के साथ हो सकेगी। यह कदम न केवल बेटियों के भविष्य को बेहतर बनाने की दिशा में है, बल्कि समाज में समानता और सम्मान की भावना को भी प्रोत्साहित करता है। Chief Minister Kanyadan Scheme
