
Pakistan Train Hijeck: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक सनसनीखेज घटना सामने आई है, जहां बलूच लिबरेशन आर्मी ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया और उसमें सवार 214 बंधकों को अपनी गिरफ्त में ले लिया। इन बंधकों में पाकिस्तान सेना के जवान, अर्धसैनिक बल और खुफिया एजेंसियों के अधिकारी भी शामिल हैं। ये घटना 12 मार्च को अचानक सामने आई और पाकिस्तान की सुरक्षा एजेंसियों में हडक़ंप मच गया। बीएलए ने अपनी यह कार्रवाई मंगलवार देर रात की, और इसके बाद बलूच विद्रोहियों ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ अपनी जंग को और तेज कर दिया।
पाकिस्तान में हडक़ंप, ऑपरेशन जारी
पाकिस्तानी सेना की कोशिशें जारी हैं, लेकिन बीएलए की धमकियों और उनकी बर्बर कार्रवाइयों के चलते पाकिस्तान सरकार और सुरक्षा एजेंसियां कड़ी चुनौती का सामना कर रही हैं। ऑपरेशन में जवानों की शहादत और संघर्ष के बावजूद, पाकिस्तान की सुरक्षा स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
104 को सुरक्षित निकाला
अब तक 214 बंधकों में से 104 को पाकिस्तानी सेना ने सुरक्षित निकाल लिया है, लेकिन बीएलए के खिलाफ कार्रवाई अभी भी जारी है। पाकिस्तान सरकार और सेना के लिए यह एक बड़ा संकट बन गया है। क्या पाकिस्तानी सेना इस संकट से उबर पाएगी और बंधकों को सुरक्षित मुक्त कराएगी? यह सवाल अब सभी के मन में है।
आतंकी संगठन का और भी खतरनाक धमकी जारी
‘बलूचिस्तान पोस्ट’ की रिपोर्ट के मुताबिक, बीएलए ने पाकिस्तानी सेना की ओर से ड्रोन स्ट्राइक और गोलीबारी के जवाब में चेतावनी दी है कि अगर पाकिस्तान सेना का हमला जारी रहा, तो वे ट्रेन में मौजूद 10 पाकिस्तानी बंधकों को मार डालेंगे। यह धमकी बीएलए ने उस समय दी जब सेना के हमलों में मारे गए विद्रोहियों की संख्या बढ़ रही थी। इसके बाद पाकिस्तान सेना ने इस धमकी को गंभीरता से लिया और अपनी रणनीति में बदलाव करने का निर्णय लिया।
बीएलए के अफगानिस्तान में लीडर से संपर्क की खबरें
पाकिस्तानी सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि बलूच विद्रोही अपने अफगानिस्तान में मौजूद लीडर्स के संपर्क में हैं। यह रणनीति उन्हें पाकिस्तान सेना के खिलाफ दबाव बनाने और अपने प्रभाव को बढ़ाने में मदद करती है। इन विद्रोहियों ने ट्रेन में मौजूद महिलाओं और बच्चों को अपनी ढाल के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है, जिससे सेना के लिए ऑपरेशन करना और भी मुश्किल हो गया है।
बीएलए की धमकी और पाकिस्तान सरकार को अल्टीमेटम
बलूच लिबरेशन आर्मी ने पाकिस्तानी सरकार से कड़ी मांग की थी कि बलूच कैदियों को रिहा किया जाए, वरना वे एक-एक कर सभी बंधकों को मार देंगे। इसके लिए बीएलए ने पाकिस्तान सरकार को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया। संगठन ने कहा कि अगर उनकी मांगों का सम्मान नहीं किया गया, तो वे ट्रेन में सवार सभी बंधकों को मार देंगे। इसके बाद पाकिस्तान सरकार ने सुरक्षा स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए अपने ऑपरेशन को तेज कर दिया।
पाकिस्तान सेना का ऑपरेशन और बीएलए के विद्रोहियों के खिलाफ कार्रवाई
पाकिस्तानी सेना ने अपने ऑपरेशन की शुरुआत की और अब तक 100 से अधिक बंधकों को मुक्त करा लिया है। इस बीच, सेना ने 16 बीएलए के विद्रोहियों को मार गिराने का भी दावा किया है। पाकिस्तान सेना की कोशिश है कि बचे हुए बंधकों को जल्दी से जल्दी सुरक्षित निकाला जाए और बीएलए के विद्रोहियों को शिकस्त दी जाए। वहीं, बीएलए ने एक बयान जारी कर कहा कि उनकी तरफ से सभी महिलाएं और बच्चों को सुरक्षित रूप से छोड़ दिया गया है, लेकिन बाकी बंधकों के बारे में स्थिति अभी भी खतरे में है।
