
पलवल(हरियाणा). Honeytrap Case in Haryana: पलवल में एक चौंकाने वाला हनीट्रैप केस सामने आया है, जिसमें एक डॉक्टर को झूठे रेप केस में फंसाने की धमकी देकर 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई। इस हाई-प्रोफाइल साजिश में एक महिला वकील, एक नर्स और एक पुलिस थानेदार शामिल पाए गए, जिन्हें रंगे हाथों 6.60 लाख रुपये लेते हुए गिरफ्तार किया गया है।
एक फोन कॉल से खुली साजिश की परतें
डॉक्टर बिजेंद्र सिंह, जो बामनीखेड़ा के पास एक नर्सिंग होम चलाते हैं, को एक हफ्ते पहले एक महिला की कॉल आई। उसने खुद को एडवोकेट पूनम राव बताया और आरोप लगाया कि डॉक्टर ने नर्स प्रियंका के साथ छेड़छाड़ की है। उसने कहा कि अगर डॉक्टर 10 लाख रुपये नहीं देंगे, तो उनके खिलाफ रेप का केस दर्ज करवा कर उन्हें जेल भिजवा दिया जाएगा और सोशल मीडिया पर उन्हें बदनाम किया जाएगा। डॉक्टर ने तुरंत इस धमकी की सूचना सदर थाना इंचार्ज आईपीएस अधिकारी आयुष यादव को दी, जिससे पुलिस सक्रिय हो गई।
पुलिस की योजना और रंगे हाथ गिरफ्तारी
एसपी चंद्रमोहन के निर्देश पर एक विशेष टीम बनाई गई। डॉक्टर को 6 लाख रुपये नकद देने के लिए तैयार किया गया, जिन पर पहचान के लिए पाउडर लगाया गया। डॉक्टर को वकील पूनम राव के घर भेजा गया, जहां रकम लेने के बाद पूनम ने और एक लाख की मांग की। जैसे ही डॉक्टर और उसका साथी बाहर निकले, पुलिस टीम ने दबिश देकर पूनम राव को पकड़ लिया। कमरे के अंदर 6 लाख की गड्डियों को गिनता हुआ एएसआई नेतराम भी गिरफ्तार हुआ। उसके बाद नर्स प्रियंका को भी अरेस्ट किया गया।
आरोपी थानेदार पहले से था हनीट्रैप से जुड़ा
गिरफ्तार थानेदार की ड्यूटी केएमपी एक्सप्रेसवे पर 112 नंबर की ईआरवी पर थी। पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
पहले भी विवादों में रही है पूनम राव
महिला एडवोकेट पूनम राव इससे पहले सितंबर 2022 में इंस्टाग्राम पर अवैध हथियार के साथ हर्ष फायरिंग का वीडियो अपलोड करने के आरोप में गिरफ्तार हो चुकी है। उसने अपने जन्मदिन के जश्न में पिस्टल से फायर किया था, जिसका वीडियो वायरल हुआ था।
