
चंडीगढ़. Crime In Punjab: देश की सुरक्षा एजेंसियों ने एक बार फिर पाकिस्तान प्रायोजित आतंक के मंसूबों को नाकाम कर दिया है। पंजाब में भारत-पाक सीमा से लगे क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने एक खुफिया अभियान के तहत भारी मात्रा में हथियार बरामद किए हैं। यह कार्रवाई उस वक्त हुई जब जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों के चलते पूरे देश में अलर्ट जारी किया गया है। एजेंसियों का कहना है कि पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा और भारत को अस्थिर करने की कोशिशों में लगा है।
आईएसआई की साजिश का भंडाफोड़
अमृतसर स्थित स्टेट स्पेशल ऑपरेशन सेल (स्स्ह्रष्ट) ने एक केंद्रीय एजेंसी के साथ मिलकर टिब्बा नंगल-कुलार रोड (एसबीएस नगर) के पास एक वन क्षेत्र में छापेमारी कर आतंकी हथियारों का जखीरा बरामद किया। इस अभियान के जरिए पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और उसके सहयोगी आतंकी संगठनों के नेटवर्क को झटका दिया गया है। शुरुआती जांच में सामने आया है कि यह नेटवर्क पंजाब में स्लीपर सेल को दोबारा सक्रिय करने की कोशिश कर रहा था।
कौन-कौन से हथियार बरामद हुए?
- बरामद किए गए हथियारों में शामिल हैं:
- 2 रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (क्रक्कत्र)
- 2 इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (ढ्ढश्वष्ठ)
- 5 पी-86 हैंड ग्रेनेड
- 1 वायरलेस संचार सेट
जानकारी के मुताबिक, इन हथियारों का इस्तेमाल किसी बड़े आतंकी हमले को अंजाम देने के लिए किया जाना था, लेकिन समय रहते सुरक्षाबलों ने उनकी योजना को विफल कर दिया।
डीजीपी गौरव यादव ने दी जानकारी
पंजाब पुलिस प्रमुख गौरव यादव ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी साझा करते हुए बताया कि सीमा पार आतंकी नेटवर्क के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है और आतंकवादी हार्डवेयर का जखीरा जब्त कर लिया गया है।
अमृतसर से तीन संदिग्ध दबोचे गए
इससे एक दिन पहले ही अमृतसर ग्रामीण पुलिस ने आतंक और अपराध के नेटवर्क पर बड़ी चोट करते हुए तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए आरोपियों की पहचान विजय मसीह, अंग्रेज सिंह और इकबाल सिंह के रूप में हुई है, जो सभी तरनतारन के रहने वाले हैं। इनके पास से तीन ग्लॉक पिस्तौल, तीन बेरेटा 30 बोर पिस्तौल, 40 जिंदा कारतूस, चार मोबाइल फोन और एक एक्टिवा स्कूटर जब्त किया गया है।
विदेशी कनेक्शन भी उजागर
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इन तीनों के तार ब्रिटेन में मौजूद गैंगस्टर धर्मप्रीत सिंह उर्फ धर्म संधू और पंजाब के कुख्यात अपराधी जस्सा पट्टी से जुड़े हुए हैं। माना जा रहा है कि इनका नेटवर्क पंजाब में फिर से आतंक फैलाने की साजिश रच रहा था। यह ऑपरेशन देश की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी सफलता माना जा रहा है, जिसने समय रहते आतंक की बड़ी साजिश को टाल दिया।
