
नई दिल्ली. India Pakistan War: गुरुवार रात भारत और पाकिस्तान के बीच हालात युद्ध जैसे बन गए। पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों के ज़रिए भारत पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन भारत ने न सिर्फ हवा में ही इन हमलों को नाकाम किया, बल्कि जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कई एयरबेस भी तबाह कर दिए। इस पूरी कार्रवाई के दौरान भारत के हाथ एक अहम सबूत लगा है-चीन में बनी घातक मिसाइल PL-15E।
भारत को मिला चीन का मिसाइल मलबा
भारतीय अधिकारियों ने हमले के बाद घटनास्थल से जो मलबा एकत्रित किया है, उसमें सबसे महत्वपूर्ण है चीन की बनी बियॉन्ड विजुअल रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल PL-15E यह मिसाइल बेहद तेज़- मैक 5 की स्पीड से हमला करती है और इसकी रेंज 145 किलोमीटर तक होती है।
होशियारपुर में मिला अधूरा नहीं, लगभग पूरा मलबा
यह मलबा पंजाब के होशियारपुर के एक ग्रामीण इलाके में बरामद किया गया है। पहले मिले मिसाइल अवशेषों की तुलना में इस बार क्करु-15श्व का मलबा काफी हद तक सुरक्षित और लगभग संपूर्ण अवस्था में है। इसे आगे की जांच के लिए भारतीय रक्षा अनुसंधान संस्थान (DRDO) को सौंप दिया गया है।
खुलेंगे चीनी मिसाइल टेक्नोलॉजी के राज
मलबे में मिसाइल का प्रपल्शन सिस्टम, डेटालिंक और इनर्शियल रेफरेंस यूनिट जैसे अहम तकनीकी हिस्से भी शामिल हैं। इससे भारत को चीन की इस मिसाइल तकनीक को समझने और संभावित जवाबी रणनीति तैयार करने में मदद मिल सकती है।
पाकिस्तान का निशाना और नाकामी
आशंका है कि पाकिस्तान ने इस मिसाइल का इस्तेमाल भारतीय फाइटर जेट्स को निशाना बनाने के लिए किया था। लेकिन भारत की सतर्क वायु रक्षा प्रणाली के आगे यह प्रयास नाकाम साबित हुआ।
भारत बनाम पाकिस्तान: हमलों का फर्क साफ
जहां पाकिस्तान के मिसाइल और ड्रोन भारतीय सरहद में घुसने से पहले ही मार गिराए जा रहे हैं, वहीं भारत की जवाबी कार्रवाई ने पाकिस्तान में अपने लक्ष्यों को सटीकता से भेद कर उन्हें तबाह कर दिया है। खासकर S-400 डिफेंस सिस्टम की वजह से भारत की सुरक्षा दीवार और भी मजबूत हो चुकी है।
