बेंगलुरु. Aero India 2025: भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 2025 के एयरो इंडिया शो के उद्घाटन के अवसर पर इसे महाकुंभ मेले के समान बताया, जो भारतीय धरती की शक्ति और स्थायित्व को दर्शाता है। येलहंका एयरफोर्स स्टेशन पर आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में राजनाथ सिंह ने कहा कि एयरो इंडिया केवल एक प्रदर्शनी नहीं, बल्कि भारतीय रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र में देश की बढ़ती ताकत का एक जीवंत प्रमाण है।
महाकुंभ की तरह एकजुटता का प्रतीक
राजनाथ सिंह ने महाकुंभ मेला का उदाहरण देते हुए कहा, “जैसे महाकुंभ मेला लाखों लोगों को आध्यात्मिक एकता के सूत्र में बांधता है, ठीक उसी तरह एयरो इंडिया दुनिया भर के रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र के हितधारकों को भारतीय धरती पर एकजुट करता है।” यह आयोजन न केवल भारत की ताकत को दिखाता है, बल्कि यह दुनिया को भारत के रक्षा और एयरोस्पेस क्षेत्र में हो रहे विकास और आत्मनिर्भरता के प्रयासों का भी संकेत देता है।
स्वदेशी तकनीक और वैश्विक साझेदारी की दिशा में कदम
राजनाथ सिंह ने इस बात को रेखांकित किया कि सरकार उन्नत स्वदेशी तकनीकों के साथ भारतीय सशस्त्र बलों को और मजबूत करने के साथ-साथ वैश्विक भागीदारों के साथ रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। उनके अनुसार, एयरो इंडिया का यह मंच दुनिया भर की प्रमुख रक्षा फर्मों, एयरोस्पेस कंपनियों और सैन्य प्रतिनिधिमंडलों को भारत की रक्षा शक्ति को साझा करने और उसके साथ सहयोग बढ़ाने का एक अद्वितीय अवसर प्रदान करता है।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में महत्वपूर्ण घोषणाएं
एयरो इंडिया 2025 का यह संस्करण भारत की ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के तहत स्वदेशी रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण कदम है। इस आयोजन में न केवल स्वदेशी तकनीकियों का प्रदर्शन किया जाएगा, बल्कि वैश्विक रक्षा क्षेत्र के साझेदारों के साथ नई साझेदारियों और घोषणाओं की भी संभावना है, जो भारत के रक्षा उत्पादन क्षेत्र को और मजबूत करेंगी। इस पहल का उद्देश्य न केवल आयात पर निर्भरता को कम करना है, बल्कि निर्यात को बढ़ावा देकर भारत को एक प्रमुख रक्षा उत्पादक राष्ट्र के रूप में स्थापित करना है।
भारत की रक्षा और एयरोस्पेस शक्ति का वैश्विक मंच
इस महत्वपूर्ण आयोजन में दुनियाभर की रक्षा कंपनियां और सैन्य प्रतिनिधि हिस्सा लेने आ रहे हैं। एयरो इंडिया 2025, भारतीय रक्षा क्षेत्र की आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के साथ-साथ वैश्विक रक्षा साझेदारी को भी सशक्त करेगा। यह एक मंच होगा, जहां भारत अपनी क्षमताओं और भविष्य की योजनाओं को प्रस्तुत करेगा, जो न केवल देश की सुरक्षा के लिए, बल्कि वैश्विक शांति और सुरक्षा में भी योगदान देगा।
भारत का आत्मनिर्भर भविष्य
एयरो इंडिया 2025 एक अद्वितीय अवसर है, जो न केवल भारतीय रक्षा क्षेत्र के विकास को दर्शाता है, बल्कि वैश्विक समुदाय के साथ मिलकर भारत की शक्ति और स्थायित्व को भी उजागर करता है। यह आयोजन भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका और आत्मनिर्भरता के प्रतीक के रूप में उभरेगा।
