पटना. BPSC Protest: बिहार में बीपीएससी (Bihar Public Service Commission) की 70वीं परीक्षा को लेकर उबाल तेज हो गया है। छात्रों ने परीक्षा रद्द करने और फिर से परीक्षा आयोजित करने की मांग को लेकर राज्यभर में जोरदार आंदोलन छेड़ रखा है। इस बीच, बिहार यूथ कांग्रेस ने छात्रों के समर्थन में एक प्रभावशाली मशाल जुलूस निकाला, जो कांग्रेस कार्यालय से शुरू होकर बांस घाट स्थित राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा तक गया। कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर इसमें हिस्सा लिया और छात्रों के हक में अपनी आवाज बुलंद की।
प्रशांत किशोर का अनशन और कांग्रेस का समर्थन
साथ ही, प्रशांत किशोर भी गांधी मैदान में अनशन पर बैठ गए हैं। उन्होंने कहा, “जब तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार छात्रों से मुलाकात नहीं करेंगे, तब तक उनका अनशन जारी रहेगा।” प्रशांत किशोर के इस कदम को राजनीतिक दलों का समर्थन मिल रहा है, और कांग्रेस ने भी खुलकर छात्रों की मांगों को समर्थन देने के लिए मशाल रैली का आयोजन किया है।
#WATCH बिहार: BPSC के खिलाफ छात्रों के आंदोलन के समर्थन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पटना में मशाल लेकर जुलूस निकाला। pic.twitter.com/GKZoPOTTNd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 3, 2025
पप्पू यादव पर एफआईआर: कांग्रेस-लेफ्ट नेताओं के खिलाफ भी कार्रवाई
चक्का जाम आंदोलन के दौरान पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने बीपीएससी परीक्षा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था। पप्पू यादव के आह्वान पर पटना और आसपास के इलाकों में प्रदर्शनकारियों ने रेल ट्रैक पर लेटकर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के बाद अब पप्पू यादव समेत कांग्रेस और लेफ्ट के नेताओं पर एफआईआर दर्ज कर दी गई है।
इसके बाद पूरे राज्य में विरोध और बढ़ गया है, खासकर गुरुवार, 3 जनवरी को बिहार में नेशनल हाईवे और स्टेट हाईवे पर छात्रों ने चक्का जाम किया। सांसद पप्पू यादव ने सभी छात्र संगठनों से अपील की थी कि वे सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करें।
BPSC Exam: 12,000 परीक्षार्थियों की परीक्षा, सुरक्षा के कड़े इंतजाम
इस बीच, 70वीं बीपीएससी संयुक्त (प्रारंभिक) परीक्षा की पुनर्परीक्षा शनिवार को पटना के 22 परीक्षा केंद्रों पर दोपहर 12 बजे से शुरू हो गई है। इसमें 12,000 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं। परीक्षा केंद्रों के आसपास 100 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है, और सभी फोटो स्टेट, साइबर कैफे की दुकानें बंद कर दी गई हैं। पटना, पटना सिटी और दानापुर में विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं।
Ab jakar Bihar mein lag raha hai ki sahi mein koi opposition party Sarkar ke Sath Loha Le rahi hai mera purn samarthan Jan Swaraj mein Prasad Kishor Ji ke sath hai aur Nitish Kumar jaisa bhrashtachari aur Hitler ko Bihar se bhagana bahut hi jaruri hai jay Bihar. @jansuraajonline https://t.co/Grn85AH3bm
— Pawan Kumar (@PawanKu15491961) January 2, 2025
सुरक्षा के सख्त उपाय
परीक्षा में शांति बनाए रखने के लिए 24 स्टैटिक मजिस्ट्रेट, 22 जोनल मजिस्ट्रेट, और 7 उड़नदस्ता दल को तैनात किया गया है। इनके साथ-साथ पुलिस और सशस्त्र बलों को भी सुरक्षा में लगाया गया है। साथ ही, जिला नियंत्रण कक्ष में 14 सुरक्षित मजिस्ट्रेट भी मौजूद रहेंगे।
परीक्षार्थियों के लिए सख्त दिशा-निर्देश
परीक्षा केंद्र में प्रवेश के दौरान परीक्षार्थियों को कुछ खास नियमों का पालन करना होगा। मोबाइल फोन, ब्लूटूथ डिवाइस, वाइ-फाइ गैजेट, इलेक्ट्रॉनिक पेन और कलाई घड़ी जैसे उपकरण परीक्षा केंद्र में लाना सख्त मना है। यदि किसी परीक्षार्थी के पास यह चीजें पाई जाती हैं, तो उसकी उम्मीदवारी रद्द कर दी जाएगी।
सरकार पर दबाव: विपक्ष का जोरदार हमला
वहीं, कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है। कांग्रेस ने कहा है कि यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक सरकार छात्रों की उचित मांगें पूरी नहीं करती। कांग्रेस का कहना है कि छात्रों की मांगें पूरी तरह से जायज हैं, और परीक्षा में अनियमितताएं पाई गई हैं, जिनसे सरकार और आयोग मुंह मोड़ रहे हैं। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सरकार छात्रों के हक में कदम उठाती है, या यह राजनीतिक उबाल और बढ़ता है।
समाप्ति की ओर: छात्र संघर्ष जारी
बीपीएससी परीक्षा के मुद्दे पर बिहार की राजनीति गरमा चुकी है, और छात्रों का संघर्ष अब केवल परीक्षा तक सीमित नहीं रहा। यह राज्य के शिक्षा और भर्तियों के मुद्दों पर एक बड़ा सवाल बन चुका है। अब तक, कांग्रेस, लेफ्ट और अन्य विपक्षी दल इस मामले में खुलकर छात्रों के पक्ष में आ चुके हैं, और आगे सरकार पर दबाव बढ़ने के साथ ही यह आंदोलन और तेज हो सकता है।