
नई दिल्ली.Breking News: भारत और पाकिस्तान ने श्री करतारपुर साहिब कॉरिडोर के लिए अगले पांच वर्षों का समझौता नवीनीकरण किया है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस खबर की पुष्टि की, बताते हुए कहा कि मोदी सरकार सिख समुदाय को उनके पवित्र स्थलों तक पहुंच की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
करतारपुर साहिब का महत्व
करतारपुर साहिब, जिसे गुरुद्वारा दरबार साहिब भी कहा जाता है, सिखों का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यहां गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष बिताए थे। यह स्थान पाकिस्तान के पंजाब राज्य के नारोवाल जिले में स्थित है, जो लाहौर से 120 किलोमीटर और भारत-पाकिस्तान सीमा से केवल तीन किलोमीटर दूर है।
India and Pakistan have renewed the agreement on Sri Kartarpur Sahib Corridor for the next five years.
PM @narendramodi’s government will continue to facilitate our Sikh community’s access to their holy sites.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) October 22, 2024
नवंबर 2023 में विवाद
हाल ही में, नवंबर 2023 में, पाकिस्तान में सिख समुदाय की भावनाओं को आहत करने का एक मामला सामने आया। करतारपुर साहिब में एक पार्टी आयोजित की गई, जिसमें शराब और नॉनवेज परोसा गया। यह कार्यक्रम करतारपुर साहिब के दरवाजे से मात्र 20 फीट की दूरी पर हुआ, जिससे सिख समुदाय में भारी आक्रोश फैल गया।
इस पार्टी में स्थानीय अधिकारियों और विभिन्न समुदायों के 80 से अधिक लोग शामिल थे, जिनमें नारोवाल के पूर्व एमपीए और करतारपुर कॉरिडोर के राजदूत रमेश सिंह अरोड़ा भी शामिल थे। इस घटना के बाद सिख समुदाय की भावनाएं भड़कीं, और इसकी व्यापक निंदा की गई।
