Bypolls Results 2024: बंगाल में TMC का क्लीन स्वीप, यूपी में NDA ने मारी जबरदस्त बाजी; जानिए अन्य राज्यों का हाल
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Cm Yogi-Cm banrjee
BypollsResults 2024: 2024 के उपचुनावों के नतीजे आ चुके हैं, और इन चुनावों ने देशभर में राजनीतिक पटल को एक नया मोड़ दिया है। विभिन्न राज्यों में हुए उपचुनावों के परिणामों ने दिखा दिया कि राजनीतिक पत्ते किस तरफ पलट रहे हैं। यूपी में जहां भाजपा और एनडीए गठबंधन ने शानदार जीत दर्ज की, वहीं पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC)ने धमाकेदार प्रदर्शन किया और बाकी राज्यों में भी कड़ा मुकाबला देखने को मिला। आइए, विस्तार से जानते हैं इन चुनावों के परिणामों के बारे में।
उत्तर प्रदेश में एनडीए का दबदबा
उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों ने एक बार फिर से साबित कर दिया कि राज्य की जनता योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा के साथ है। इन 9 सीटों में से भाजपा ने 6 सीटों पर विजय प्राप्त की, जबकि एनडीए गठबंधन (भारतीय जनता पार्टी और रालोद) ने एक और सीट पर जीत हासिल की।
सीएम योगी आदित्यनाथ की रैलियों का असर साफ तौर पर दिखा। मुख्यमंत्री ने फूलपुर, मझवा, खैर और कटेहरी में दो-दो रैलियां कीं, और इसके बाद जनता ने भाजपा को अपना समर्थन दिया। खासतौर पर कटेहरी सीट पर भाजपा की ऐतिहासिक जीत ने सबका ध्यान खींचा, क्योंकि यह सीट तीन दशकों से भाजपा के लिए अजेय बनी हुई थी। इसके अलावा, कुंदरकी और मीरापुर सीटों पर भी भाजपा ने शानदार जीत दर्ज की। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी में एनडीए ने चुनावी लहर को और मजबूत किया है।
पश्चिम बंगाल में TMC का क्लीन स्वीप
वहीं, पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने उपचुनाव में एक ऐतिहासिक प्रदर्शन किया। यहां कुल छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए, जिनमें से सभी छह सीटों पर TMC ने विजय प्राप्त की। ये सीटें थीं-सिताई, मदारीहाट, नैहाटी, हरोआ, मेदिनीपुर और तलदांगरा। 13 नवंबर को मतदान हुआ था, और 23 नवंबर को नतीजे आए, जिनमें TMC के उम्मीदवारों ने अपने विरोधियों को भारी अंतर से हराया। यह जीत ममता बनर्जी की पार्टी के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है और राज्य में उनकी पकड़ को और मजबूत करती है।
राजस्थान में भाजपा का दबदबा
राजस्थान में भी भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया और सात विधानसभा सीटों में से 5 सीटों पर जीत दर्ज की। ये सीटें थीं—झुंझुनूं, रामगढ़, देवली-उनियारा, खींवसर और सलूंबर। हालांकि, दौसा सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की, जबकि चौरासी में भारत आदिवासी पार्टी के उम्मीदवार ने बाजी मारी। राजस्थान के इस उपचुनाव ने यह साबित कर दिया कि राज्य में भाजपा का प्रभाव मजबूत है और पार्टी ने विपक्षी दलों को कड़ी टक्कर दी है।
गुजरात और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को बड़ा झटका
गुजरात और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा। गुजरात की वाव विधानसभा सीट और छत्तीसगढ़ की रायपुर नगर दक्षिण सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की। दोनों राज्यों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा, जिससे यह साफ हो गया कि भाजपा का चुनावी प्रदर्शन इन राज्यों में भी मजबूत बना हुआ है।
तृणमूल कांग्रेस ने अपनी सत्ता को और मजबूत किया
इन उपचुनावों के नतीजे यह संकेत दे रहे हैं कि आगामी लोकसभा चुनावों से पहले राजनीतिक दलों को अपने-अपने राज्यों में जनता के बीच अपनी पकड़ और समर्थन बढ़ाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। यूपी में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा का प्रदर्शन मजबूत रहा, जबकि बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस ने अपनी सत्ता को और मजबूत किया। राजस्थान, गुजरात और छत्तीसगढ़ के परिणाम भी यह दर्शाते हैं कि भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा बनी हुई है। कुल मिलाकर, 2024 के उपचुनावों ने भारतीय राजनीति के विभिन्न पक्षों को उजागर किया और भविष्य के चुनावों की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
असम, सिक्किम, मेघालय और पंजाब में हुए उपचुनावों के नतीजे, जानिए किस पार्टी ने मारी बाजी
2024 के उपचुनावों के परिणामों ने भारतीय राजनीति में कई अहम बदलावों को उजागर किया है। असम, सिक्किम, मेघालय और पंजाब के नतीजों ने इन राज्यों में सत्ताधारी दलों की स्थिति को स्पष्ट कर दिया है। इन चुनावों ने यह भी साबित कर दिया कि चुनावी रणनीति और जनता के समर्थन में बदलाव हो सकता है।
असम में भाजपा की धमक, लेकिन कुछ सीटें विपक्ष के पास
असम में कुल पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे, और यहां भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया। भाजपा ने तीन महत्वपूर्ण सीटों-ढोलाई, सामागुरी और बेहाली—पर जीत दर्ज की, जिससे राज्य में पार्टी का दबदबा और मजबूत हुआ है। हालांकि, यहां दो सीटें विपक्षी दलों के खाते में भी गईं।
यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (UPPL) ने एक सीट पर जीत हासिल की।
असम गण परिषद (AGP) ने भी एक सीट पर कब्जा जमाया।
इन परिणामों से यह स्पष्ट होता है कि असम में भाजपा का प्रभाव बरकरार है, लेकिन क्षेत्रीय दल भी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने में सफल रहे हैं।
मेघालय में NPP की जीत
मेघालय में उपचुनावों में एक सीट पर चुनाव हुआ था, और नेशनल पीपुल्स पार्टी (NPP) ने गांबेगरे सीट पर जीत हासिल की। यह नतीजा मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा की पार्टी के लिए एक बड़ी जीत मानी जा रही है, क्योंकि यह राज्य में उनकी पकड़ को और मजबूत करता है। NPP की इस जीत ने मेघालय में पार्टी के प्रभाव को और बढ़ाया है, और यह संकेत देता है कि आगामी चुनावों में पार्टी मजबूत स्थिति में रह सकती है।
सिक्किम में क्रांतिकारी मोर्चा का प्रदर्शन
सिक्किम में दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए, और दोनों सीटों पर सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (SKM) के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की। ये सीटें थीं-सोरेंग-चाकुंग और नामची-सिंघीथांग। यह जीत सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक विजय है, जो राज्य में पार्टी की स्थिति को और मजबूत करती है। यह नतीजा दिखाता है कि सिक्किम में क्षेत्रीय दलों का प्रभाव बरकरार है और वे विधानसभा में अपनी मौजूदगी को मजबूत करने में सक्षम हैं।
पंजाब में आप का शानदार प्रदर्शन
पंजाब में चार विधानसभा सीटों-डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल, गिद्दड़बाहा और बरनाला-पर उपचुनाव हुए थे। इन चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAP) ने शानदार प्रदर्शन किया और राज्य की चार में से तीन सीटों पर विजय प्राप्त की।
आप ने डेरा बाबा नानक, चब्बेवाल और गिद्दड़बाहा सीटों पर जीत हासिल की।
कांग्रेस ने केवल बरनाला सीट पर कब्जा जमाया।
आम आदमी पार्टी की इस जीत को पंजाब में अपनी बढ़ती लोकप्रियता और कांग्रेस के खिलाफ पार्टी के मजबूत जनाधार के रूप में देखा जा रहा है। पंजाब में आप का यह प्रदर्शन आगामी विधानसभा चुनावों के लिए एक बड़ा संकेत हो सकता है, और यह दिखाता है कि राज्य में राजनीतिक समीकरण तेजी से बदल रहे हैं।