जयपुर.CM Anuprati Coaching Scheme: सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अविनाश गहलोत के निर्देशानुसार मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना के तहत आवेदन की अंतिम तिथि 15 फरवरी 2025 तक बढ़ा दी गई है। अब इच्छुक अभ्यर्थी इस योजना के लिए SSO पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
क्या है मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना?
यह योजना विभिन्न प्रोफेशनल कोर्स और सरकारी नौकरियों की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही एक निःशुल्क कोचिंग सुविधा है। इसके तहत योग्य अभ्यर्थियों को सूचीबद्ध कोचिंग संस्थानों में मुफ्त प्रशिक्षण दिया जाता है, ताकि वे अपनी तैयारी को बेहतर बना सकें और प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में सफल हो सकें।
अब 15 फरवरी तक कर सकते हैं आवेदन
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के निदेशक एवं संयुक्त शासन सचिव श्री बचनेश अग्रवाल ने बताया कि पहले आवेदन की अंतिम तिथि 10 फरवरी 2025 निर्धारित थी, लेकिन अभ्यर्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इसे अब 15 फरवरी 2025 तक बढ़ा दिया गया है।
कैसे करें आवेदन?
इच्छुक उम्मीदवार SSO पोर्टल (sso.rajasthan.gov.in) पर लॉग-इन कर CM Anuprati Coaching आइकन के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
महत्वपूर्ण जानकारी
- योजना के तहत मिलने वाली सुविधा – सूचीबद्ध कोचिंग संस्थानों में निःशुल्क कोचिंग
- योग्य परीक्षाएं – विभिन्न प्रोफेशनल कोर्स व सरकारी नौकरियों की प्रतियोगी परीक्षाएं
- आवेदन की नई अंतिम तिथि – 15 फरवरी 2025
- आवेदन पोर्टल – SSO Rajasthan
राज्य सरकार का प्रयास – शिक्षा में समान अवसर
मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना का उद्देश्य सभी विद्यार्थियों को समान अवसर प्रदान करना और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों की मदद करना है। सरकार इस योजना के माध्यम से छात्रों को बेहतर मार्गदर्शन और संसाधन उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रदेश में इतने लोग उठा रहे लाभ
जो छात्र अभी तक आवेदन नहीं कर पाए हैं, उनके पास 15 फरवरी तक का समय है! इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाएं और अपने भविष्य को नई दिशा दें।
राजस्थान में कितने लोग इसका लाभ उठा रहे
राजस्थान सरकार की मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना के तहत, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के मेधावी विद्यार्थियों को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निःशुल्क कोचिंग प्रदान की जाती है। वर्तमान में, इस योजना का लाभ 30,000 विद्यार्थियों को दिया जा रहा है, जिसमें से 12,000 विद्यार्थी विशेष रूप से जेईई और नीट परीक्षाओं की तैयारी के लिए शामिल हैं।
इसके अतिरिक्त, जो विद्यार्थी कोचिंग के लिए अपने गृह स्थान से अन्य शहरों में जाते हैं, उन्हें आवास और भोजन के खर्चों के लिए प्रति वर्ष ₹40,000 की आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाती है। इस योजना के माध्यम से, राज्य सरकार का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण कोचिंग और आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराकर उनकी सफलता सुनिश्चित करना है।
