
नई दिल्ली. Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी (CEC) की बैठक में अहम फैसले लिए गए। इस बैठक में 35 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम पर चर्चा की गई, जिसमें 28 सीटों पर नाम तय कर लिए गए हैं, जबकि 7 सीटों पर अभी और विचार-विमर्श होना बाकी है। चर्चा के दौरान दिल्ली मुख्यमंत्री आतिशी को कालकाजी सीट से कांग्रेस की ओर से अलका लांबा को चुनौती देने का संकेत मिला है। यह कांग्रेस की CEC की दूसरी बैठक थी, जिसमें पार्टी की चुनावी रणनीति को अंतिम रूप दिया गया।
कांग्रेस के घोषणापत्र में महिलाओं और युवाओं के लिए बड़े वादे
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने बैठक के बाद कहा कि पार्टी ने कई नामों पर सहमति बना ली है और जल्द ही उम्मीदवारों की सूची जारी की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि पार्टी युवाओं और महिलाओं को अपनी योजनाओं में प्राथमिकता दे रही है। पार्टी का घोषणापत्र समाज के पिछड़े वर्गों को सशक्त बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण वादों से भरा होगा।
कांग्रेस ने किया कई नेताओं का स्वागत, जारी की पहली सूची
कांग्रेस ने चुनावी तैयारी को और तेज करते हुए अपनी पहली सूची भी जारी कर दी है। इस सूची में 21 उम्मीदवारों के नाम हैं, जिनमें प्रमुख नेता देवेंद्र यादव, रागिनी नायक, संदीप दीक्षित और अभिषेक दत्त शामिल हैं। इस बीच, आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता असीम अहमद खान और कर्नल देवेंद्र सहरावत ने कांग्रेस जॉइन की है, जो पार्टी के लिए एक बड़ी राजनीतिक जीत मानी जा रही है।
पिछला दिल्ली विधानसभा चुनाव (2020) परिणाम
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 8 फरवरी को हुआ था, और इसका परिणाम 11 फरवरी को आया था। यह चुनाव मुख्य रूप से तीन प्रमुख पार्टियों – आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के बीच था।
मुख्य परिणाम:
आम आदमी पार्टी (AAP)
- सीटें: 62 सीटें (वोट शेयर: 53.57%)
- दिल्ली में आप ने शानदार प्रदर्शन किया और 70 सदस्यीय विधानसभा में 62 सीटों पर जीत दर्ज की। यह पार्टी का ऐतिहासिक प्रदर्शन था। केजरीवाल के नेतृत्व में पार्टी ने अपनी सरकार बनाई।
भारतीय जनता पार्टी (BJP)
- सीटें: 8 सीटें (वोट शेयर: 38.51%)
- बीजेपी ने 2015 के चुनाव में मिली 3 सीटों से बढ़कर 8 सीटों पर कब्जा किया। हालांकि, पार्टी की उम्मीदों के बावजूद उसे बहुत बड़ी हार का सामना करना पड़ा और दिल्ली में वह विपक्षी पार्टी बनी।
कांग्रेस
- सीटें: 0 सीटें (वोट शेयर: 4.26%)
- कांग्रेस पार्टी इस चुनाव में पूरी तरह से विफल रही और एक भी सीट पर जीत नहीं हासिल कर पाई। यह पार्टी के लिए एक और बड़े झटके के रूप में देखा गया।
मुख्य घटनाएँ और तथ्य
- दिल्ली चुनाव 2020 में आम आदमी पार्टी ने शिक्षा, स्वास्थ्य, पानी और बिजली जैसे मुद्दों पर अपनी नीतियों का जोर दिया, जिसके कारण पार्टी को भारी समर्थन मिला।
- भाजपा ने केंद्रीय मुद्दों, विशेषकर नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) और अनुच्छेद 370 के विरोध को चुनावी मुद्दा बनाया, लेकिन उसे उस रणनीति से ज्यादा सफलता नहीं मिली।
- कांग्रेस, जो पहले दिल्ली में प्रमुख पार्टी थी, इस बार पूरी तरह से विफल रही और एक भी सीट पर जीत नहीं पा सकी।
