
नई दिल्ली.Haryana Assembly Elections: हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने शुक्रवार रात 32 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता और वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी की मौजूदगी में पार्टी की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) की बैठक हुई। इसमें 71 उम्मीदवारों के नामों पर सहमति बनी। इनमें से 31 उम्मीदवारों के नाम रात को घोषित कर दिए गए। कांग्रेस ने कुल 32 प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा गढ़ी सांपला सीट से चुनाव लड़ेंगे, जबकि दोपहर में कांग्रेस की सदस्यता लेने वाली पहलवान विनेश फोगाट को जुलाना से उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारा है। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित 8 सीटों पर भी उम्मीदवार घोषित किए हैं। सूत्रों के अनुसार फोगाट के साथ पार्टी में शामिल पहलवान बजरंग पूनिया बादली सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक थे, लेकिन वहां से कुलदीप वत्स पीछे हटने को तैयार नहीं थे। ऐसे में पूनिया को चुनाव मैदान में उतारने के बजाय किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया गया है।
कांग्रेस की लिस्ट में मौजूदा विधायकों पर जताया भरोसा
कांग्रेस ने अपने पुराने चेहरों फिर से दाव खेला है। सिर्फ तीन नए उम्मीदवार को मौका दिया है। 32 प्रत्याशियों की लिस्ट में 9 जाट, 9 एससी, 7 ओबीसी कैंडिडेट, 3 मुस्लिम, 2 ब्राह्मण, 1 सिख और 1 पंजाबी प्रत्याशी को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं 27 वर्तमान विधायकों पर फिर से भरोसा जताया है। कांग्रेस ने मौजूदा निर्दलीय विधायक धर्मपाल गौंदर को नीलोखेड़ी से उम्मीदवार बनाया है। शाहबाद से जेजेपी को छोड़कर आए मौजूदा विधायक रामकरण काला को टिकट दिया है। जुलाना से विनेश फोगाट को मैदान में उतारा है।
आम आदमी पार्टी से गठबंधन मुश्किल
उधर, वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की पहल पर प्रदेश में आम आदमी पार्टी से गठबंधन के लिए शुरू हुई बातचीत परवान नहीं चढ़ पाई। यहां आप 50 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। राहुल ने भाजपा विरोधी वोटों के बिखराव को रोकने के लिए गठबंधन की पहल की थी।
इस पर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया और आप के राघव चढ्ढा के बीच कई दौर की बातचीत हुई, लेकिन सूत्रों के अनुसार बात नहीं बनी। आप ने कांग्रेस से 10 सीटें मांगी थी, लेकिन वह पांच-सात सीटों से ज्यादा देने को तैयार नहीं थी। आप कांग्रेस की ओर से शहरी सीटों के ऑफर से भी असहमत थी। उधर, कांग्रेस में भी हुड्डा आप से गठबंधन के पक्ष में नहीं बताए जाते। ऐसे में दोनों दलों में गठबंधन के आसार कम नजर आ रहे हैं।
