
जयपुर. Heat wave In Rajasthan: अप्रैल का पहला हफ्ता ही राजस्थान को पसीने में डूबो चुका है। इस बार की गर्मी ने 56 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बाड़मेर में तो पारा 45.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गयाए जो कि 1969 के बाद सबसे ज्यादा है। चलिए जानते हैं इस हीटवेव के पीछे की पूरी कहानी और इसका असर। Heatwave
राजस्थान के 14 शहरों में हीटवेव का रेड अलर्ट
राजस्थान के कई जिलों में हीटवेव का रेड अलर्ट जारी किया गया है। जिन शहरों में सबसे ज्यादा गर्मी का असर देखा गया है।
- बाड़मेर 45.6 डिग्री सैल्सियस, 1969 के बाद सबसे गर्म
- जैसलमेर 45 डिग्री सैल्सियस के आसपास
- बीकानेर, जोधपुर, कोटा: यहां भी पारा 40 डिग्री सैल्सियस से ऊपर
- अलवर, भरतपुर, जयपुर, अजमेर, दोपहर के समय बाहर निकलना मुश्किल
राज्य के 22 शहरों में पिछले 24 घंटे के दौरान तापमान 40 डिग्री से ऊपर रहा हैए जो जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है।
रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के पीछे के कारण
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार इस साल की गर्मी में कई कारकों का योगदान है।
- तेज धूप और कम बादल: आकाश में बादलों की कमी के कारण सूर्य की किरणें सीधे जमीन तक पहुंच रही हैं।
- हवा का दिशा और गति: गर्म हवा का पश्चिमी दिशा से आना तापमान को और भी बढ़ा रहा है।
- पानी की कमी: जल स्रोतों में कमी के कारण वाष्पीकरण की प्रक्रिया धीमी हो गई हैए जिससे नमी कम है और गर्मी अधिक महसूस हो रही है।
राहत की उम्मीद: नया पश्चिमी विक्षोभ लाएगा कुछ राहत
मौसम विभाग के डॉ. राधेश्याम शर्मा के अनुसार 10.11 अप्रैल से एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इससे राजस्थान के पश्चिमी और उत्तरी हिस्सों में यह बदलाव आएगा
- आंधी-तूफान के साथ हल्की बूंदाबांदी
- तापमान में 2.3 डिग्री की गिरावट
इसके कारण हीटवेव में कुछ राहत मिलेगीए लेकिन तब तक गर्मी का असर बना रहेगा।
हीटवेव के दौरान अपनाने वाले जरूरी उपाय
- हाइड्रेटेड रहें: पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स से भरे तरल पदार्थों का सेवन करें।
- सूरज से बचाव करें: हल्के और ढीले कपड़े पहनेंए सन स्क्रीन लगाएं।
- बाहर जाने से बचें: दोपहर 12 बजे से 4 बजे के बीच बाहर निकलने से बचें।
- स्वास्थ्य पर ध्यान दें: हीटस्ट्रोक के लक्षण जैसे चक्कर आना, सिरदर्द, उल्टी की भावना पर ध्यान दें।
इस रिकॉड.ब्रेकिंग गर्मी का असर
- फसलों पर प्रभाव: गेंहूं, जौ जैसी फसलें जल्दी मुरझा रही हैं।
- बिजली संकट: एसी, पंखे की मांग बढऩे से बिजली कटौती की समस्या बढ़ सकती है।
- स्वास्थ्य पर असर: हीटस्ट्रोक और डिहाइड्रेशन के मामले बढ़ सकते हैं।
राजस्थान में इस साल की गर्मी ने पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और यह सिर्फ शुरुआत है। सावधान रहेंए सुरक्षित रहें और मौसम की जानकारी पर नजर बनाकर रखें।
