
नई दिल्ली. IAF Parade 2025: गणतंत्र दिवस 2025 पर भारतीय वायुसेना (IAF) ने अपने 76वें गणतंत्र दिवस समारोह में कर्तव्य पथ पर एक अद्वितीय और रोमांचक फ्लाई-पास्ट (Flypast) का आयोजन किया। इस शानदार प्रदर्शन ने भारतीय सैन्य शक्ति, आत्मनिर्भरता और उन्नत तकनीकी क्षमता का परिचय दिया। 47 विमानों और हेलीकॉप्टरों की जोरदार उड़ान ने आसमान में ऐसी धाक जमाई कि देखने वाले हैरान रह गए।
इस फ्लाई-पास्ट में शामिल विमानों में अत्याधुनिक और शक्तिशाली सुखोई (Sukhoi) Su-30 MKI, राफेल फाइटर जेट, मि-17 हेलीकॉप्टर, अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर, और डॉर्नियर ट्रांसपोर्ट प्लेन जैसे विमानों ने अपनी ताकत और दक्षता का बेहतरीन प्रदर्शन किया। कुल मिलाकर 22 फाइटर जेट्स, 11 ट्रांसपोर्ट विमान और 7 हेलीकॉप्टरों ने अपनी जोरदार उड़ानों के जरिए देशवासियों को एक नई उर्जा का अहसास कराया।
- आसमान में धाक जमाने वाली फॉर्मेशन: वायुसेना के विमानों ने अलग-अलग आधारों से उड़ान भरते हुए विभिन्न आकर्षक फॉर्मेशन में प्रदर्शन किया। इन फॉर्मेशनों ने भारतीय वायुसेना के संयोजन, तकनीक और ताकत को बड़े गर्व के साथ दर्शाया।
- ध्वज फॉर्मेशन: इस फॉर्मेशन में राष्ट्रीय ध्वज के साथ सेना, नौसेना और वायुसेना के झंडे उड़ाए गए, जिसे मि-17 हेलीकॉप्टरों ने अंजाम दिया।
- बाज फॉर्मेशन: तीन मिग-29 विमानों ने ‘विक फॉर्मेशन’ में उड़ान भरी।
- प्रचंड फॉर्मेशन: तीन अपाचे हेलीकॉप्टरों ने शानदार विक फॉर्मेशन में उड़ान भरी।
- टांगाइल फॉर्मेशन: एक डकोटा और दो डॉर्नियर Do-228 विमानों ने ऐतिहासिक सैन्य अभियान की याद दिलाई।
- रक्षक फॉर्मेशन: भारतीय तटरक्षक बल के तीन डॉर्नियर विमानों ने विक फॉर्मेशन में प्रदर्शन किया।
इसके अलावा कई विशेष फॉर्मेशन जैसे अमृत फॉर्मेशन (पाँच जगुआर विमानों का ऐरो-हेड फॉर्मेशन), वज्रांग फॉर्मेशन (छह राफेल विमानों ने अपनी ताकत का प्रदर्शन), त्रिशूल फॉर्मेशन (तीन सुखोई Su-30 विमानों का विक फॉर्मेशन) और विजय फॉर्मेशन (एक राफेल विमान ने 900 किमी/घंटे की रफ्तार से कई टर्न लेते हुए परेड का समापन किया) ने भी शानदार प्रदर्शन किया।
समापन और उत्सव
फ्लाई-पास्ट का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, और इसके बाद गुब्बारों को छोड़ा गया जिन पर 76वें गणतंत्र दिवस की शुभकामनाओं वाले बैनर थे। इस अद्भुत फ्लाई-पास्ट ने भारतीय वायुसेना की शक्ति, तकनीक और देश की रक्षा क्षमता का प्रतीक बनकर देशवासियों के दिलों में गर्व और आत्मविश्वास का संचार किया।
