
India’s fastest train: भारतीय रेलवे भारतीय परिवहन उद्योग में एक नई क्रांति लाने के लिए तैयार है। भारत की पहली शिंकान्सेन बुलेट ट्रेन जल्द ही लॉन्च होने वाली है, जो मुंबई और अहमदाबाद के बीच 508 किलोमीटर की दूरी को महज दो घंटे में तय करेगी। यह ट्रेन यूरोप और जापान के उच्चतम मानकों को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन की गई है, जो भारतीय यात्रियों को एक अद्वितीय और अत्याधुनिक हाई-स्पीड यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी।
मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर पर बुलेट ट्रेन की शानदार गति
इस प्रोजेक्ट को लेकर भारतीय रेलवे ने शिंकान्सेन तकनीक पर आधारित एक भारतीय बुलेट ट्रेन की शुरुआत की योजना बनाई है। हालांकि जापान से शिंकान्सेन तकनीकी ट्रेनें खरीदने का अंतिम निर्णय अभी तक नहीं लिया गया है, लेकिन यह हाई-स्पीड ट्रेन मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर पर 280 किमी/घंटे की गति तक पहुंचने का अनुमान है। यह यात्रा के समय को 6-7 घंटे से घटाकर सिर्फ 2 घंटे तक सीमित कर देगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस परियोजना को 2026 तक पूरा किए जाने की संभावना है।
प्रधानमंत्री मोदी का ‘मेड इन इंडिया’ पहल और हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मेड इन इंडिया’ पहल के तहत, ये ट्रेनें मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल (MAHSR) कॉरिडोर पर चलने के लिए तैयार की जा रही हैं। एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी ने ETNow से कहा, “हमने मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर पर ‘मेड इन इंडिया’ शिंकान्सेन ट्रेन विकसित करने और इसे रोल आउट करने की योजना बनाई है। यह ट्रेन यूरोपीय, भारतीय और जापानी मानकों का समर्थन करने वाली तकनीक से लैस होगी।”
नवीनतम सुविधाएं और अत्याधुनिक डिजाइन
इस प्रोजेक्ट की कुल लागत लगभग 866.87 करोड़ रुपये है, जिसमें ट्रेन के डिज़ाइन, विकास, परीक्षण और इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण की लागत शामिल है। इसके साथ ही भविष्य के हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट्स को भी यह समर्थन देगा। प्रत्येक बुलेट ट्रेन का अनुमानित खर्च 27.86 करोड़ रुपये है, और पहले दो लोकल बुलेट ट्रेनें 280 किमी/घंटे की गति से परीक्षण की जाएंगी। MAHSR कॉरिडोर को 320 किमी/घंटे की अधिकतम ऑपरेशनल गति के लिए डिज़ाइन किया जा रहा है, और इसका 50 किमी लंबा प्राथमिक स्ट्रेच 2026 तक ऑपरेशनल होने की उम्मीद है।
मेड इन इंडिया बुलेट ट्रेन की विशेषताएँ
इन ‘मेड इन इंडिया’ बुलेट ट्रेनों में आधुनिक सुविधाएँ होंगी, जैसे कि पूरी तरह से एयर कंडीशनड चेयर कार्स, झूलते और घुमावदार सीटें, विशेष जरूरतों वाले यात्रियों के लिए अलग स्थान, और ऑन-बोर्ड एंटरटेनमेंट सिस्टम्स। इन सुविधाओं के साथ, भारतीय यात्रियों को अब विश्वस्तरीय ट्रांसपोर्ट अनुभव प्राप्त होगा। यह नया बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट भारत में परिवहन के तरीके को बदलने के लिए तैयार है, और भारतीय रेलवे की ताकत को वैश्विक मानकों के बराबर लाने में एक बड़ा कदम साबित होगा।
