
क्वालालंपुर. india’s women’s under-19 cricket: भारत की महिला अंडर-19 क्रिकेट टीम ने एक और ऐतिहासिक जीत हासिल की और दक्षिण अफ्रीका को 9 विकेट से हराकर लगातार दूसरी बार टी-20 अंडर-19 विश्वकप का खिताब अपने नाम किया। कप्तान निकी प्रसाद की अगुवाई में भारतीय टीम ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए यह उपलब्धि प्राप्त की। इस जीत के साथ भारत ने अपनी श्रेष्ठता साबित कर दी और साबित कर दिया कि भारतीय महिला क्रिकेट का भविष्य बहुत उज्जवल है।
जी तृषा ने दिखाई कमाल की प्रतिभा
इस मैच में जी तृषा ने शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन किया, जिससे न केवल उनकी टीम को जीत मिली बल्कि उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ और ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ दोनों पुरस्कार भी मिले। तृषा ने गेंदबाजी में जहां 15 रन देकर 3 विकेट लिए, वहीं बैटिंग में नाबाद 44 रन बनाकर टीम की जीत में अहम योगदान दिया।
दक्षिण अफ्रीका का कमजोर प्रदर्शन
दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और उनकी शुरुआत खराब रही। भारतीय गेंदबाजों के आगे अफ्रीकी बल्लेबाज टिक नहीं पाए और पूरी टीम 82 रनों पर ढेर हो गई। भारत के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया, जहां तृषा के अलावा पारुनिका सिसोदिया, आयुषी शुक्ला और वैष्णवी शर्मा ने दो-दो विकेट लिए। शबनम एमडी ने भी एक विकेट लिया, जिससे दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी लाइन-अप टूट गई।
भारत का लक्ष्य आसान, चैंपियन बनने की राह में कोई रुकावट नहीं
दक्षिण अफ्रीका द्वारा दिए गए 83 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की सलामी बल्लेबाज जी कमालिनी और जी तृषा ने पहले विकेट के लिए 36 रन जोड़े। हालांकि, कमालिनी को जल्दी आउट कर दिया गया, लेकिन फिर सनिका चलके और तृषा ने मिलकर मैच को खत्म कर दिया। दोनों ने शानदार साझेदारी करते हुए भारत को 12.2 ओवर में एक विकेट पर 84 रन बनाकर मैच जीत दिलाया।
सम्पूर्ण श्रृंखला में तृषा का प्रभाव
सीरीज में तृषा का प्रदर्शन शानदार रहा। उन्होंने कुल 309 रन बनाए और 7 विकेट भी लिए। उनकी हरफनमौला भूमिका ने न केवल इस मैच में, बल्कि पूरे टूर्नामेंट में भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई।
अब तक की सबसे बड़ी महिला क्रिकेट उपलब्धि
भारत का लगातार दूसरी बार अंडर-19 टी-20 विश्वकप जीतना न केवल भारतीय महिला क्रिकेट के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह पूरे देश के लिए एक प्रेरणा बन गया है। भारत ने पिछले साल भी शेफाली वर्मा की कप्तानी में इस खिताब को जीता था, और अब यह नई टीम ने उसी परंपरा को आगे बढ़ाया है। इस जीत के साथ भारतीय महिला क्रिकेट ने फिर से साबित कर दिया कि वह दुनिया भर में अपनी धाक जमा सकती है, और भविष्य में और भी बड़ी जीतें हासिल करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
