नई दिल्ली. Indian Railway: भारतीय रेलवे देश के आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभाते हुए लगातार अपने नेटवर्क का विस्तार और आधुनिकीकरण कर रहा है। वित्त वर्ष 2025 की पहली दो तिमाहियों में, रेलवे के बुनियादी ढांचे में सुधार और यात्री सुविधाओं में विस्तार की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
नई ट्रेनों और रोलिंग स्टॉक में बढ़ोतरी
- अप्रैल से अक्टूबर 2024 के बीच, 17 जोड़ी वंदे भारत ट्रेनों को जोड़ा गया।
- 228 नए कोच तैयार किए गए, जिससे ट्रेनों की क्षमता और सुविधाओं में वृद्धि हुई।
लॉजिस्टिक्स और इन्फ्रास्ट्रक्चर में नई पहल
- गति शक्ति मल्टी-मॉडल कार्गो टर्मिनल (GCT)
- 91 नए कार्गो टर्मिनल शुरू किए गए, जबकि 234 नए स्थानों को मंजूरी दी गई। इससे माल ढुलाई में तेजी आएगी और लॉजिस्टिक्स में सुधार होगा।
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) की प्रगति
- 2843 किलोमीटर में से 2741 किलोमीटर (96.4%) पूरा हो चुका है।
- यह मालवाहक ट्रेनों को बिना किसी यात्री ट्रेन के हस्तक्षेप के चलाने में सक्षम बनाएगा, जिससे देश के लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आएगा।
प्रमुख रेलवे गलियारे और आर्थिक सुधार
- 434 परियोजनाएं, ₹11.17 लाख करोड़ के निवेश के साथ प्रधानमंत्री गति शक्ति पोर्टल पर मैप की गईं।
- सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) मॉडल में 17 परियोजनाएं पूरी हुईं, और 8 अन्य परियोजनाओं पर कार्य जारी है।
ग्रीन रेलवे: पर्यावरण के प्रति प्रतिबद्धता
- भारतीय रेलवे 2029-30 तक शुद्ध शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य रखे हुए है।
- 375 मेगावाट सौर ऊर्जा और 103 मेगावाट पवन ऊर्जा अक्टूबर 2024 तक चालू की गई।
- रेलवे 30 गीगावॉट नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन का लक्ष्य लेकर चल रहा है।
- यात्री सुविधाओं में विस्तार और आधुनिकीकरण
अमृत भारत स्टेशन योजना
1337 स्टेशनों की पहचान पुनर्विकास के लिए की गई, जिनमें से 1197 पर काम शुरू हो चुका है।
स्वास्थय और खानपान सेवाएं
- 50 रेलवे स्टेशनों पर प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र खोले गए।
- 557 नए बेस किचन शुरू किए गए, जो 468 जोड़ी ट्रेनों को उच्च गुणवत्ता वाली खाद्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
‘एक स्टेशन, एक उत्पाद’ योजना
1900 रेलवे स्टेशनों पर 2163 आउटलेट स्थापित किए गए, जिनसे 79,380 स्थानीय कारीगरों को उनके उत्पाद बेचने में सहायता मिली।
रेलवे की सिग्नलिंग और सुरक्षा प्रणाली में सुधार
- स्वदेशी ‘कवच’ सुरक्षा प्रणाली
- 1547 करोड़ रुपये का निवेश कर इसे 16 जुलाई 2024 को नया अपडेट (Version 4.0) दिया गया।
इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग और स्वचालित सिग्नलिंग
- 62 स्टेशनों में इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग प्रणाली अपग्रेड की गई।
- 720 रूट किलोमीटर पर ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नलिंग लागू की गई, जिससे कुल 4906 किलोमीटर का कवरेज हो गया।
रेलवे में डिजिटल क्रांति
- 1351 स्टेशनों पर ट्रेन सूचना बोर्ड लगाए गए।
- 6112 स्टेशनों पर वाई-फाई सेवा उपलब्ध करवाई गई।
- 86% ई-टिकटिंग दर हासिल की गई, और डिजिटल टिकटों की बिक्री में 33% की वृद्धि हुई।
मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (बुलेट ट्रेन)
- जापान की मदद से बन रही 508 किलोमीटर लंबी परियोजना की 47.17% प्रगति हो चुकी है।
- अक्टूबर 2024 तक ₹67,486 करोड़ का व्यय, संशोधित लागत ₹1.08 लाख करोड़।
भारतीय रेलवे: विकास की पटरी पर
- पिछले वर्ष की तुलना में यात्री यातायात में 8% वृद्धि हुई।
- मालभाड़ा राजस्व में 5.2% का इजाफा हुआ।
रेलवे, देश के आर्थिक इंजन के रूप में, निरंतर विकास और आधुनिकीकरण की ओर बढ़ रहा है। यात्री सुविधाओं से लेकर माल ढुलाई तक, भारतीय रेलवे आत्मनिर्भर भारत की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है!
