
नई दिल्ली. Mahakumbh 2025: भारतीय रेलवे ने एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है! मौनी अमावस्या के दिन, प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 के दौरान 150 से अधिक मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। यह एक ऐतिहासिक पहल है, जो पिछले सालों के रिकॉर्ड को तोड़ते हुए रेलवे के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हो रही है। केंद्रीय रेल और जल शक्ति राज्य मंत्री वी. सोमन्ना ने प्रयागराज की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान महाकुंभ के लिए की जा रही तैयारियों का निरीक्षण किया। उन्होंने संगम क्षेत्र में स्थित मेला शिविरों का दौरा किया और यात्रियों से बातचीत कर उनके अनुभवों और रेलवे की व्यवस्थाओं पर प्रतिक्रिया प्राप्त की। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने रेलवे अधिकारियों की मेहनत की सराहना की और उन्हें आगामी महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं दीं।
महाकुंभ 2025 के लिए भारतीय रेलवे की ऐतिहासिक तैयारी
महाकुंभ 2025 के दौरान रेलवे द्वारा 13,000 से अधिक ट्रेनों का संचालन किया जाएगा, जिसमें 3,100 से अधिक विशेष ट्रेनें और 10,000 नियमित ट्रेनें शामिल हैं। इस आयोजन को सफल बनाने के लिए रेलवे ने कई व्यापक कदम उठाए हैं। मंत्री ने इस बात का उल्लेख किया कि यह आयोजन न केवल रेलवे के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए ऐतिहासिक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इस महाकुंभ का सफलतापूर्वक आयोजन संभव हो पाया है और उत्तर प्रदेश सरकार के प्रयासों की सराहना की गई है।
मौनी अमावस्या के लिए 150 विशेष ट्रेनें
मौनी अमावस्या, जो महाकुंभ के सबसे बड़े पवित्र स्नान उत्सवों में से एक है, के लिए रेलवे ने 150 से अधिक मेला स्पेशल ट्रेनों का संचालन करने की योजना बनाई है। प्रयागराज डिवीजन द्वारा इस दिन के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की जा रही है, जो भारतीय रेलवे के इतिहास में एक नया रिकॉर्ड बनाती है। पिछले महाकुंभ 2019 में मौनी अमावस्या पर 85 मेला स्पेशल ट्रेनें चलाई गई थीं, लेकिन इस बार उस संख्या को दोगुना किया गया है।
तीर्थयात्रियों के लिए विशेष सुविधाएं
मेला क्षेत्र में यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे ने कई विशेष इंतजाम किए हैं। विशेष रूप से मौनी अमावस्या पर अनुमानित 10 करोड़ तीर्थयात्री संगम क्षेत्र में पवित्र डुबकी लगाने के लिए पहुंच सकते हैं। इनमें से लगभग 10-20% यात्री ट्रेन से यात्रा करेंगे, जिनके लिए रेलवे ने रंग-कोडित टिकट, अतिरिक्त आश्रय क्षेत्र, और समर्पित बोर्डिंग और डिबोर्डिंग स्थानों का आयोजन किया है।
रेलवे ने सुनिश्चित किया है कि यात्रियों को पूरी सुरक्षा और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिले। इसके लिए प्रयागराज जंक्शन स्टेशन पर चिकित्सा सुविधाओं, यात्री आश्रयों और मेला टॉवर की विस्तृत समीक्षा की गई है। इस दिन विशेष ट्रेन सेवाओं के लिए सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं, ताकि तीर्थयात्रियों को बिना किसी परेशानी के संगम तक पहुंचाया जा सके।
रेलवे द्वारा किए गए प्रमुख कदम
- 150 से अधिक मेला स्पेशल ट्रेनें।
- रंग-कोडित टिकटों के साथ यात्रियों के लिए बेहतर सुविधा।
- अतिरिक्त आश्रय क्षेत्र और चिकित्सा सेवाएं।
- एक ही दिन में 150 से अधिक ट्रेनों का संचालन, जो एक नया रिकॉर्ड है।
रेलवे कर्मचारियों और अधिकारियों द्वारा दिन-रात काम करने की प्रतिबद्धता। महाकुंभ 2025 एक ऐतिहासिक अवसर है और भारतीय रेलवे ने अपनी पूरी क्षमता के साथ इस आयोजन को सफल बनाने के लिए तैयारी की है। यह आयोजन न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि रेलवे की सेवा और सुविधा के दृषटिकोन से भी अभूतपूर्व साबित हो रहा है।
