
नई दिल्ली. indian Raiway news: द्वारका सेक्टर-21 इलाके में स्थित रेलवे की कीमती जमीन को लेकर एक बड़ा सौदा सामने आया है। बेंगलुरु की जानी-मानी रियल एस्टेट कंपनी बागमने ग्रुप ने इस जमीन को 1,530 करोड़ रुपये में खरीदा है। करीब 124,000 वर्ग मीटर में फैली इस संपत्ति को अब एक मिश्रित उपयोग (मल्टी-यूज़) वाली परियोजना में बदला जाएगा जिसमें 55% रेजिडेंशियल और 45% कमर्शियल डेवलपमेंट शामिल होगा।
क्या है खास इस जमीन में?
यह जमीन दिल्ली मेट्रो की ब्लू लाइन के आखिरी स्टेशन द्वारका सेक्टर 21 के पास है और इसी क्षेत्र में एक नया रेलवे स्टेशन भी बन रहा है। ऐसे में भविष्य में इस क्षेत्र में यातायात और जनसंख्या का दबाव काफी बढऩे की संभावना है, जो इस प्रोजेक्ट को रियल एस्टेट के लिहाज से बेहद प्रॉफिटेबल बनाता है।
क्यों रुका था सौदा?
हालांकि, यह सौदा 2023 में ही फाइनल हो गया था जब रेल भूमि विकास प्राधिकरण ने बागमने की बोली को मंजूरी दे दी थी, लेकिन जमीन पर मौजूद पेड़ों के कारण परियोजना अटक गई थी। पर्यावरणीय नियमों के चलते पहले इन पेड़ों को हटाना संभव नहीं था। लेकिन अब कंपनी ने राजधानी में ही पेड़ों को ट्रांसप्लांट करने के लिए वैकल्पिक जमीन खोज ली है, जिससे प्रोजेक्ट को हरी झंडी मिल गई है।
क्या बदलेगा इस प्रोजेक्ट से?
इस इलाके में मकानों की मांग पहले से ही तेज है और अब जब एक हाई-एंड रेजिडेंशियल और कमर्शियल टाउनशिप आने वाली है, तो रियल एस्टेट की कीमतों में और भी तेजी आ सकती है। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में ऑफिस, रिटेल स्पेस, वेयरहाउसिंग और हाई-एंड हाउसिंग के लिए लगातार डिमांड बनी हुई है।
एक्सपट्र्स क्या कहते हैं?
रियल एस्टेट कंपनी सीबीआरई इंडिया के चेयरमैन और सीईओ अंशुमन मैगजीन का मानना है कि यह डील भारत में रियल एस्टेट सेक्टर के बढ़ते भरोसे को दर्शाती है। उन्होंने कहा, “यह डील दिखाती है कि निवेशक भारतीय रियल एस्टेट में भरोसा जता रहे हैं। हमें उम्मीद है कि 2025 में यह रुझान और तेज होगा और भारत वैश्विक निवेश के लिए एक अहम केंद्र बना रहेगा।”
कौन है बागमने ग्रुप?
बागमने ग्रुप एक अग्रणी रियल एस्टेट कंपनी है जो मुख्य रूप से टेक्नोलॉजी पाक्र्स और ऑफिस स्पेस बनाने के लिए जानी जाती है।
- कंपनी के पास इस समय 18 मिलियन वर्ग फीट से ज्यादा की प्रॉपर्टी है।
- इसके अलावा 10-15 मिलियन वर्ग फीट की नई परियोजनाएं पाइपलाइन में हैं।
- बागमने ग्रुप बेंगलुरु, चेन्नई और अब दिल्ली-एनसीआर में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है।
- मार्च 2025 में कंपनी ने चेन्नई में कॉग्निजेंट का पुराना ऑफिस 612 करोड़ रुपये में खरीदा था।
- कंपनी अब रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट में भी लिस्टिंग की तैयारी में है।
