भोपाल. Investment MP GMS-2025: मध्यप्रदेश की आर्थिक प्रगति के लिए एक अहम कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 12 फरवरी को नई दिल्ली के प्रतिष्ठित ताजमहल होटल में इंवेस्ट एमपी जीआईएस-2025 के कर्टेन रेज़र कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। इस कार्यक्रम में देश-विदेश के निवेशकों को मध्यप्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
मध्यप्रदेश को निवेश का केंद्र बनाने की दिशा में एक अहम पहल
इस आयोजन के दौरान, मुख्यमंत्री डॉ. यादव निवेशकों के साथ वन-टू-वन मीटिंग और इंटरैक्टिव राउंडटेबल का आयोजन करेंगे। इन बैठकों के माध्यम से वे निवेशकों को आगामी ग्लोबल समिट के नवाचारों और मध्यप्रदेश सरकार की औद्योगिक नीतियों से अवगत कराएंगे। साथ ही, निवेशकों को राज्य की आर्थिक संभावनाओं और सरकार की प्रतिबद्धता के बारे में भी बताया जाएगा।
कार्यक्रम की शुरुआत माधवकृष्ण सिंघानिया, जो सीआईआई नॉर्दर्न रीजन के चेयरमैन और जेके सीमेंट के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर हैं, के स्वागत संबोधन से होगी। इसके बाद, एक विशेष कर्टेन रेज़र वीडियो की प्रस्तुति दी जाएगी, जिसमें ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की प्रमुख झलकियों को प्रदर्शित किया जाएगा।
निवेशकों के लिए विशेष राउंडटेबल
कार्यक्रम के दौरान दो महत्वपूर्ण राउंडटेबल मीटिंग्स का आयोजन भी किया जाएगा। पहली राउंडटेबल में टेलीकॉम कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल होंगे, जबकि दूसरी में विभिन्न देशों के राजदूत निवेश और साझेदारी की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। इन बैठकों का मुख्य उद्देश्य मध्यप्रदेश के निवेश वातावरण को वैश्विक स्तर पर पेश करना है।
मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव द्वारा जानकारी
कार्यक्रम में मुख्य सचिव अनुराग जैन और प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन, राघवेंद्र कुमार सिंह राज्य सरकार की औद्योगिक नीतियों और निवेश के अवसरों पर प्रकाश डालेंगे। साथ ही, एमपी इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक चंद्रमौली शुक्ला निवेशकों का स्वागत करेंगे और उनका आभार व्यक्त करेंगे।
ग्लोबल समिट 2025 की तैयारी
12 फरवरी के इस कार्यक्रम के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 फरवरी को भोपाल में दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 का उद्घाटन करेंगे। समिट के दूसरे दिन केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह समापन समारोह में शामिल होंगे। राज्य सरकार लगातार देश-विदेश के निवेशकों से संवाद और संपर्क बनाए रख रही है ताकि समिट को सफलता की नई ऊँचाइयों तक पहुंचाया जा सके।
इस कार्यक्रम की सफलता से यह स्पष्ट होता है कि मध्यप्रदेश अब निवेशकों के लिए एक प्रमुख स्थल बनने की ओर अग्रसर है, जहां न केवल विकास के अवसर हैं, बल्कि नवाचार और साझेदारी के नए रास्ते भी खुले हैं।
