
लंदन. Israel Airstrike on Syria: सीरिया के तानाशाह बशर अल असद के शासन के बाद इजरायल द्वारा किए गए हवाई हमले लगातार जारी हैं। सोमवार को इजरायल के युद्धक विमानों ने सीरिया के तटीय क्षेत्रों पर एक बड़ा हवाई हमला किया, जिससे भयंकर धमाका हुआ और जमीन हिल उठी। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस हमले से इतना बड़ा विस्फोट हुआ कि इसे भूकंप के जैसे दर्ज किया गया और इसे एक ऐतिहासिक हमले के रूप में देखा जा रहा है।
दिसंबर 2012 के बाद सबसे बड़ा हमला
इजरायल द्वारा सीरिया के टार्टस क्षेत्र को निशाना बनाया गया, जहां रूस का एक प्रमुख सैन्य अड्डा स्थित है। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, इस हमले में कई विशाल विस्फोट हुए, जिन्हें 2012 के बाद से सबसे बड़ी हवाई हमले की घटना माना जा रहा है। यह हमला इजरायल के द्वारा सीरिया के खिलाफ एक महत्वपूर्ण सैन्य कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है।
मिसाइल डिपो और हवाई रक्षा इकाइयों को किया नष्ट
सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के अनुसार, इजरायली विमानों ने सीरिया के हवाई रक्षा उपकरणों और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों के डिपो समेत कई अन्य सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया। इस हमले में कई हथियारों के डिपो में भी विस्फोट हुए, जिससे धमाका और ज्यादा खतरनाक हो गया।
विस्फोट से धुएं का विशाल बादल
हमले के बाद सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक जबरदस्त चमक दिखाई देती है, जिसके बाद कई शक्तिशाली विस्फोट होते हैं, और हवा में विशाल धुएं का बादल छा जाता है। यह विस्फोट इतना भयंकर था कि इसे भूकंप के जैसे महसूस किया गया, और इसके प्रभाव से सीरिया के आसमान में भारी हलचल हुई।
A Massive Explosion seen in Northwestern Syria near the City of Tartus, following an Israeli Strike against a Munitions Depot; with the Explosion reported to have been so large, that it measured as a 3.0 Magnitude Earthquake on nearby Seismic Sensors. pic.twitter.com/i1jC1vNjVJ
— OSINTdefender (@sentdefender) December 15, 2024
भूकंप से तेज विस्फोट
रिचर्ड कॉर्डारो, एक प्रमुख शोधकर्ता, ने बताया कि विस्फोट का पता पश्चिमी तुर्की के इस्निक से 820 किमी दूर स्थित मैग्नेटोमीटर स्टेशन द्वारा भी लगाया गया था। उन्होंने कहा कि इस विस्फोट का सिग्नल एक सामान्य भूकंप के मुकाबले “दोगुनी गति से” महसूस हुआ, जो यह दर्शाता है कि यह घटना कितनी बड़ी और विनाशकारी थी।
रूस का सैन्य अड्डा और टार्टस का महत्व
टार्टस क्षेत्र सीरिया में रूस के दो प्रमुख सैन्य अड्डों में से एक है, जिसका इस्तेमाल नौसैनिक बेस और गोला-बारूद डिपो के रूप में किया जाता है। यह सैन्य अड्डा सोवियत संघ के समय, 1971 में स्थापित किया गया था और 2017 में इसे फिर से एक प्रमुख आधार के रूप में विस्तार दिया गया था। 2015 में सीरियाई गृहयुद्ध में रूस के हस्तक्षेप के बाद से इस अड्डे का उपयोग हथियारों की डिलीवरी के लिए किया जा रहा था। पुतिन ने 2017 में इस सैन्य अड्डे के विस्तार के लिए आदेश दिए थे, और तब से यह भूमध्य सागर में रूस का एकमात्र प्रमुख प्रवेश बिंदु बन चुका है।
अभी तक की सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाई?
यह हमला एक महत्वपूर्ण सैन्य घटना के रूप में देखा जा रहा है, जिसका सीधा असर सीरिया और इसके आस-पास के क्षेत्रों पर हो सकता है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इस हमले पर चर्चा हो रही है, और कई देश इसे इजरायल के द्वारा की गई अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मान रहे हैं।
