
नई दिल्ली. Israel planning an attack on Iran: अक्टूबर 2023 में गाज़ा में हमास के हमले के बाद से इज़राइल ने अपनी सैन्य कार्रवाई तेज़ कर दी है। गाज़ा पर इज़राइल के हवाई हमलों के बाद, लेबनान स्थित हिज़्बुल्लाह ने उत्तरी इज़राइल में हमला किया। इस बीच, यमन के हूथी विद्रोही रेड सी में इज़राइल के जहाज़ों पर हमलों को बढ़ा रहे हैं, जिससे स्थिति और भी जटिल हो गई है। इज़राइल ने सितंबर में हिज़्बुल्लाह को कमजोर करने में कुछ सफलता प्राप्त की थी, और उत्तरी इज़राइल में संघर्षविराम की स्थिति भी बनाई थी। हालांकि, हूथी विद्रोही अब इज़राइल के लिए एक गंभीर खतरे बन गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हूथी न केवल इज़राइली और अमेरिकी जहाज़ों को निशाना बना रहे हैं, बल्कि तेल अवीव शहर पर भी हमला कर रहे हैं।
तेल अवीव में बढ़ता डर और हूथियों के मिसाइल हमले
हूथी विद्रोहियों द्वारा दागे गए मिसाइलों ने तेल अवीव में डर का माहौल बना दिया है। ये मिसाइलें 2000 किलोमीटर तक यात्रा करने में सक्षम हैं, और इनमें सामूहिक विनाश की क्षमता है। इज़राइल और अमेरिका ने इन हमलों के जवाब में यमन पर हवाई हमले किए, लेकिन अब तक कोई महत्वपूर्ण सफलता हासिल नहीं हो पाई है। हूथी नेता अब्दुल-मालिक अल-हूथी ने इज़राइल पर हमले और बढ़ाने की घोषणा की है, और उन्होंने मौजूदा स्थिति को सक्रिय युद्ध के रूप में वर्णित किया है।
मोसाद प्रमुख का सुझाव: ईरान पर हमला हो, न कि हूथियों पर
इज़राइल के प्रधानमंत्री, बेंजामिन नेतन्याहू ने यह स्पष्ट किया कि यमन के हूथी विद्रोही उनके अगले निशाने पर होंगे। लेकिन मोसाद प्रमुख, डेविड बार्निया ने इज़राइल के राजनीतिक नेतृत्व को सुझाव दिया कि हूथियों के बजाय सीधे ईरान पर हमला किया जाए। यनेट की रिपोर्ट के अनुसार, मोसाद प्रमुख ने इस विषय पर उच्च-स्तरीय बैठक में यह सुझाव दिया, और कहा कि ईरान पर हमला करने से व्यापक रणनीतिक लाभ हो सकता है।
इज़राइल और अमेरिका की रणनीतिक कोशिशें
इज़राइल ने हाल ही में यह पाया कि हूथियों द्वारा दागे गए मिसाइल अत्याधुनिक तकनीक से लैस हैं, जिनमें विस्तारित ईंधन क्षमता है, जो उन्हें लक्ष्य के करीब लंबे समय तक हवा में बनाए रखती है। इस कारण इन मिसाइलों का नाकाम होना बेहद कठिन हो गया है। इज़राइल का एरो मिसाइल डिफेंस सिस्टम भी इन हमलों का प्रभावी रूप से सामना करने में असमर्थ दिख रहा है।
यनेट के अनुसार, इज़राइल के सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू अमेरिका से यमन में हूथियों और ईरान पर एक साथ सैन्य अभियान चलाने की सिफारिश करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा करने से एक ही समय में दोनों मोर्चों पर दबाव बढ़ाने की रणनीति अपनाई जा सकती है, जिससे इज़राइल अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सके।
