
नई दिल्ली. Loksabha Session: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने शुक्रवार को संसद के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित करते हुए कहा कि भारत 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उनका मानना है कि यह यात्रा सामूहिक सामर्थ्य, नवान्वेषण और सबकी भागीदारी से संभव हो सकेगी। राष्ट्रपति मुर्मु ने खासतौर पर किसानों, मजदूरों, मध्यम वर्ग, महिलाओं और युवाओं की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि सरकार इस प्रक्रिया में इन सभी वर्गों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित कर रही है। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार का लक्ष्य भारत को एक मजबूत, समृद्ध और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाना है। उन्होंने बताया कि विकास की यह यात्रा जनभागीदारी और सबके प्रयासों पर आधारित होगी, जिसमें ढांचागत विकास, कृषि, रोजगार, और महिलाओं के सशक्तिकरण के पहलुओं को प्रमुखता दी जा रही है।
आर्थिक उन्नति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
राष्ट्रपति मुर्मु ने प्रधानमंत्री आवास योजना के विस्तार की जानकारी दी, जिसके तहत तीन करोड़ अतिरिक्त परिवारों को नए घर दिए जाएंगे। इसके लिए पांच लाख छत्तीस हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसके साथ ही पीएम किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को 41 हज़ार करोड़ रुपये की राशि का भुगतान किया गया है। उन्होंने स्वामित्व योजना और प्रधानमंत्री जनधन योजना जैसी योजनाओं को भी प्राथमिकता देते हुए कहा कि इनसे गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को आर्थिक लाभ मिल रहा है।
महिलाओं और युवाओं के लिए विशेष योजनाएं
राष्ट्रपति ने महिलाओं के नेतृत्व को सशक्त बनाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का भी जिक्र किया। नारी शक्ति वंदन अधिनियम के तहत लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं के लिए आरक्षण देने की योजना को महत्वपूर्ण बताया। इसके साथ ही 91 लाख से अधिक महिलाओं को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत सशक्त किया जा रहा है और 10 करोड़ से अधिक महिलाओं को वित्तीय सहायता दी जा रही है। युवाओं के लिए शिक्षा और रोजगार के नए अवसर तैयार किए जा रहे हैं। पीएम विद्यालक्ष्मी योजना के तहत मेधावी छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता देने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ ही एक करोड़ युवाओं को शीर्ष 500 कंपनियों में इंटर्नशिप का अवसर भी मिलेगा।
आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर का निर्माण
राष्ट्रपति ने भारत में तेजी से हो रहे बुनियादी ढांचा विकास की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 25 हजार बस्तियों को जोड़ने के लिए 70 हजार करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। साथ ही, 71 वंदे भारत और अमृत भारत ट्रेनों का संचालन भी शुरू किया गया है।
दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर भारत
राष्ट्रपति मुर्मु ने यह भी कहा कि सरकार के प्रयासों से भारत अब दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि विकास की यह यात्रा तभी सार्थक होगी जब इसके लाभ देश के आखिरी व्यक्ति तक पहुंचें। सरकार के प्रयासों से अब गरीबों को गरिमापूर्ण जीवन मिल रहा है और देश के 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकलकर आत्मनिर्भर हो चुके हैं।
प्रौद्योगिकी और डिजिटल क्रांति की ताकत
राष्ट्रपति ने यह भी बताया कि डिजिटल क्रांति और प्रौद्योगिकी में भारत दुनिया को रास्ता दिखा रहा है। एआई और डिजिटल तकनीक के माध्यम से देश नए आयाम स्थापित कर रहा है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक संरचना को भी मजबूती मिल रही है। उन्होंने कहा, “मेरी सरकार का मंत्र है – ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास’। इस मंत्र के माध्यम से हम 2047 तक एक विकसित भारत का निर्माण करेंगे।”
अंत्योदय और सुधारों की दिशा
राष्ट्रपति मुर्मु ने अंत्योदय की भावना का भी उल्लेख किया और कहा कि सरकार ने गरीबों के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जैसे स्वच्छ भारत अभियान, उज्ज्वला योजना, सौभाग्य योजना, जल जीवन मिशन आदि, जिनसे करोड़ों लोगों का जीवन बेहतर हो रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार का उद्देश्य भारत को एक ऐसा देश बनाना है जहाँ हर व्यक्ति को समान अवसर मिलें और सभी वर्गों का विकास सुनिश्चित हो।
