
हिंगोली (महाराष्ट्र) . Maharashtra Assembly Election: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच सियासी माहौल गरमाया हुआ है। 20 नवंबर को होने वाले चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे का बैग चेकिंग पर बवाल थमा भी नहीं था कि अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हेलीकॉप्टर की भी जांच शुरू हो गई है। यह घटनाएँ सियासी बयानों और आरोप-प्रत्यारोप का दौर बढ़ा रही हैं।
उद्धव ठाकरे का बैग चेकिंग मुद्दा
सबसे पहले, उद्धव ठाकरे के बैग की चेकिंग का मामला सुर्खियों में आया था। चुनाव आयोग द्वारा उद्धव के बैग की तलाशी लेने को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। शिवसेना (यूबीटी) ने आरोप लगाया था कि चुनाव आयोग विपक्ष को निशाना बना रहा है और यह केवल शिवसेना के नेताओं के साथ हो रहा है। उद्धव ने इस पर प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर भी हमला बोला था और सवाल उठाया कि क्या बीजेपी के नेताओं के बैग की जांच होगी?
अमित शाह का हेलीकॉप्टर भी जांच के घेरे में
इस विवाद के बाद, शुक्रवार को अमित शाह के हेलीकॉप्टर की भी जांच की गई, जब वह हिंगोली विधानसभा सीट पर चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचे थे। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने उनके हेलीकॉप्टर के सामान की तलाशी ली। इस घटना पर अमित शाह ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें चुनाव आयोग के अधिकारी उनके हेलीकॉप्टर की जांच करते दिख रहे थे।
गृह मंत्री ने ट्वीट किया, “आज, महाराष्ट्र के हिंगोली विधानसभा में प्रचार के दौरान चुनाव आयोग के अधिकारियों ने मेरे हेलीकॉप्टर की जांच की। भाजपा निष्पक्ष चुनाव और स्वस्थ चुनाव प्रणाली में विश्वास करती है और माननीय चुनाव आयोग द्वारा बनाए गए सभी नियमों का पालन करती है।” उन्होंने आगे लिखा, “हम सभी को एक स्वस्थ चुनाव प्रणाली में योगदान करना चाहिए और भारत को दुनिया में सबसे मजबूत लोकतंत्र बनाए रखने में अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए।”
आज महाराष्ट्र की हिंगोली विधानसभा में चुनाव प्रचार के दौरान चुनाव आयोग के अधिकारियों के द्वारा मेरे हेलिकॉप्टर की जाँच की गई।
भाजपा निष्पक्ष चुनाव और स्वस्थ चुनाव प्रणाली में विश्वास रखती है और माननीय चुनाव आयोग द्वारा बनाए गए सभी नियमों का पालन करती है।
एक स्वस्थ चुनाव… pic.twitter.com/70gjuH2ZfT
— Amit Shah (@AmitShah) November 15, 2024
बीजेपी पर शिवसेना का पलटवार
उद्धव ठाकरे के बैग चेकिंग मामले में बीजेपी को निशाने पर लेने के बाद, अब शिवसेना ने सवाल उठाया है कि क्या प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी अपना बैग चेक कराएंगे। शिवसेना ने यह आरोप लगाया कि चुनाव आयोग केवल विपक्ष के नेताओं को ही निशाना बना रहा है और बीजेपी नेताओं को इससे बाहर रखा गया है। इसके बाद, बीजेपी के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के हेलीकॉप्टर और बैग की भी जांच की गई, जो कि और भी राजनीतिक बयानबाजी का कारण बनी।
क्या है विवाद का मुख्य कारण?
दरअसल, चुनाव आयोग द्वारा बैग चेकिंग की नीति को लेकर विवाद गहरा गया है। जहां विपक्षी नेता इस पर आपत्ति जता रहे हैं, वहीं बीजेपी इसे चुनावी प्रक्रिया का हिस्सा मानकर इसे उचित ठहरा रही है। शिवसेना और विपक्षी नेताओं का कहना है कि चुनाव आयोग की नीतियाँ पक्षपाती हैं और केवल विपक्षी नेताओं पर लागू हो रही हैं।
