
मुंबई. Maharashtra News: महाराष्ट्र के जलगांव जिले के धरनगांव तालुका स्थित पालधी गांव में मंगलवार रात दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसके बाद इलाके में तनाव बढ़ गया। यह झड़प मंत्री गुलाबराव पाटिल के पैतृक गांव में हुई, जिसमें उपद्रवियों ने तीन वाहनों और पांच दुकानों को आग के हवाले कर दिया। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और इलाके में कर्फ्यू लागू कर दिया।
किससे शुरू हुआ विवाद?
सूत्रों के मुताबिक, यह विवाद तब शुरू हुआ जब एक वाहन चालक, जो शिवसेना नेता और मंत्री गुलाबराव पाटिल के परिवार को ले जा रहा था, ने हॉर्न बजाया। पुलिस के अनुसार, यह एक रोडरेज का मामला था, लेकिन जैसे-जैसे समय बढ़ा, विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। मंगलवार रात करीब साढ़े नौ बजे हुए इस विवाद ने मारपीट, पथराव और आगजनी का रूप लिया।
हिंसा और आगजनी
गुस्साई भीड़ ने पथराव करना शुरू कर दिया और पास ही खड़े वाहनों और दुकानों में आग लगा दी। इस हिंसा के बाद, प्रशासन ने तत्काल पुलिस बल भेजा और स्थिति को नियंत्रित किया। जलगांव के विभिन्न इलाकों में अतिरिक्त पुलिस तैनात की गई है, और इलाके में शांति बनाए रखने के लिए कर्फ्यू लगाया गया है।
गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई
पुलिस ने दंगा भड़काने के आरोप में कम से कम सात लोगों को गिरफ्तार किया है, और अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने इस मामले में 25 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है और मामले की जांच जारी है।
सुरक्षा स्थिति
अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और इलाके में सुरक्षा को लेकर कोई ढिलाई नहीं बरती जा रही है। पुलिस ने कहा कि जलगांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि कोई और हिंसा न फैले।
आगे की कार्रवाई
पुलिस और प्रशासन अब इस मामले की गहनता से जांच कर रहे हैं और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी कर रहे हैं। प्रशासन का लक्ष्य इलाके में शांति और सुरक्षा बनाए रखना है, ताकि आगामी दिनों में कोई और विवाद न उत्पन्न हो। यह घटना महाराष्ट्र में सांप्रदायिक हिंसा को लेकर चिंताओं को जन्म देती है, और अधिकारियों द्वारा तत्काल कार्रवाई करने के बावजूद, नागरिकों के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
