यरुशलम. military chief: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने इयाल जमीर को इजराइल के नए सैन्य प्रमुख के रूप में नियुक्त करने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। यह निर्णय पिछले सप्ताह हरजी हलेवी के इस्तीफे के बाद लिया गया। हलेवी ने इजराइल रक्षा बलों (आईडीएफ) की कमान छोड़ने का निर्णय लिया था, जिसके बाद उनके पद पर जमीर को नियुक्त किया गया।
इयाल जमीर की उपलब्धियां और भूमिका
इयाल जमीर की सैन्य सेवा में एक लंबी और प्रभावशाली पृष्ठभूमि रही है। वह इजराइल रक्षा मंत्रालय के महानिदेशक के रूप में पिछले दो वर्षों से कार्यरत थे। इसके अलावा, उन्होंने इजराइल रक्षा बलों (आईडीएफ) में 38 सालों तक अपनी सेवा दी है और इस दौरान वह सेना के उप प्रमुख, दक्षिणी कमान के कमांडर और प्रधानमंत्री के सैन्य सचिव के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। 6 मार्च से वह आधिकारिक तौर पर अपना नया कार्यभार संभालेंगे।
हरजी हलेवी के इस्तीफे का कारण
हरजी हलेवी ने अपने इस्तीफे में स्वीकार किया कि हमास द्वारा इजराइल पर किए गए हमले के दौरान इजराइल रक्षा बल नागरिकों की रक्षा करने में विफल रहे थे। इस विफलता को लेकर हलेवी ने सार्वजनिक रूप से जिम्मेदारी ली और उन्होंने सैन्य प्रमुख के पद से इस्तीफा दिया।
नए सैन्य प्रमुख पर विश्वास जताते हुए हलेवी का बयान
नए सैन्य प्रमुख की नियुक्ति पर हरजी हलेवी ने कहा, “मुझे विश्वास है कि श्री इयाल जमीर आने वाली चुनौतियों का सामना करने में पूरी तरह सक्षम होंगे और वह इजराइल रक्षा बलों के साथ मजबूती से खड़े रहेंगे। उनका नेतृत्व देश और सेना के लिए अहम साबित होगा।”
उम्मीदें और भविष्य
इयाल जमीर के सैन्य नेतृत्व के तहत इजराइल को आने वाली चुनौतियों का सामना करना होगा, जिसमें क्षेत्रीय सुरक्षा स्थिति, इजराइल के नागरिकों की सुरक्षा और वैश्विक सैन्य संबंधों के मुद्दे शामिल हैं। जमीर का कार्यकाल सैन्य और राजनीतिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण होने जा रहा है, और उनकी सैन्य विशेषज्ञता और अनुभव पर बहुत कुछ निर्भर करेगा। इजराइल में सैन्य नेतृत्व में यह बदलाव देश के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है, और सेना की रणनीतिक दिशा में इस बदलाव को लेकर गहरी निगाहें रखी जा रही हैं।
