
दमोह (मध्यप्रदेश). Mission Hospital Fake Doctor: चिकन की एक प्लेट ने डॉक्टर की नहीं, फर्जी डॉक्टर की जिंदगी बदल दी। मध्य प्रदेश के दमोह जिले में मिशन अस्पताल में ऑपरेशन कर रहे एक फर्जी डॉक्टर को चिकन के शौक ने सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। खुद को ‘डॉ. एन जॉन कैम’ बताने वाला यह शख्स असल में नरेंद्र विक्रमादित्य यादव निकला, जो प्रयागराज में छिपकर बैठा था। मगर पुलिस को उसकी तलाश वहीं से मिली, जहां से उसने चिकन ऑर्डर किया था।
लाइव लोकेशन बनी गिरफ्तारी की चाबी
प्रयागराज में एक चिकन शॉप से ऑर्डर करते वक्त आरोपी ने डिलिवरी के लिए अपनी लाइव लोकेशन भेजी। बस, यही गलती उसकी सबसे बड़ी भूल बन गई। पुलिस ने लोकेशन ट्रेस की और चिकन डिलिवरी करने वाले दुकानदार की मदद से आरोपी को पकड़ लिया।

जानलेवा ऑपरेशन, नकली डॉक्टर
दमोह के मिशन अस्पताल में मरीजों का इलाज करने वाला ये फर्जी डॉक्टर पहले ही सात लोगों की जान ले चुका है। ऑपरेशन टेबल पर बैठकर वह ज़िंदगी का भरोसा दिलाता था, मगर हकीकत में वो मौत का सौदागर निकला।
नकली डिग्री में पूर्व उपराष्ट्रपति के फर्जी दस्तखत!
जांच में खुलासा हुआ कि आरोपी ने ‘डॉ. नरेंद्र जॉन कैम’ नाम से एक फर्जी डिग्री तैयार की थी, जिसमें तत्कालीन उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी के नकली हस्ताक्षर किए गए थे। 2013 की यह डिग्री पांडिचेरी के एक विश्वविद्यालय के नाम पर थी, जो पूरी तरह जाली निकली। पुलिस के अनुसार, उसके पास और भी फर्जी दस्तावेज मिले हैं, जिनकी जांच जारी है।
विदेश की पढ़ाई भी शक के घेरे में
बताया जा रहा है कि आरोपी कुछ समय विदेश में भी रहा है। अब पुलिस उसकी वहां की पढ़ाई और प्रमाण पत्रों की भी गहराई से जांच कर रही है।
