
नई दिल्ली. Modi government’s: भारत के मेट्रो नेटवर्क ने दुनिया में एक और बड़ा मुकाम हासिल किया है। भारत का मेट्रो सिस्टम अब 1000 किलोमीटर से ज्यादा लंबा हो चुका है, और इसके साथ ही भारत दुनिया के सबसे बड़े मेट्रो नेटवर्क वाले देशों में तीसरे स्थान पर आ गया है, जो केवल चीन और अमेरिका से पीछे है। यह सफलता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व में बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में हो रही अभूतपूर्व प्रगति का हिस्सा है।
13 किलोमीटर लंबे नमो भारत कॉरिडोर का उद्घाटन होगा
आज, प्रधानमंत्री मोदी दिल्ली में 12,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विभिन्न महत्वपूर्ण परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इनमें प्रमुख रूप से दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ के बीच 13 किलोमीटर लंबे नमो भारत कॉरिडोर का उद्घाटन होगा, जो साहिबाबाद और न्यू आशोक नगर के बीच बनेगा। इस परियोजना का उद्घाटन दिल्ली-एनसीआर की यात्रा को और अधिक सुगम और तेज़ बना देगा, जिससे लाखों लोग आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अनुभव करेंगे। दिल्ली मेट्रो का इतिहास 2002 में शुरू हुआ था, जब पहली बार शाहदरा और तिस हज़ारी के बीच 8.2 किलोमीटर लंबा मेट्रो कॉरिडोर खुला था। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसका उद्घाटन किया था। हालांकि, मेट्रो सेवाओं की शुरुआत भारत में 1984 में कोलकाता से हुई थी, जो देश का पहला मेट्रो शहर बना। लेकिन अब भारत का मेट्रो नेटवर्क दिल्ली और कोलकाता से कहीं आगे बढ़ चुका है। आज भारत में मेट्रो ट्रेन 23 शहरों तक पहुंच चुकी है और 11 राज्यों में इसकी सेवाएं संचालित हो रही हैं। 2014 में मेट्रो सेवाएं केवल 5 राज्यों और 5 शहरों तक सीमित थीं, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 23 शहरों तक पहुंच गई है। आगे आने वाले वर्षों में मेट्रो नेटवर्क के विस्तार की योजना और भी कई राज्यों में है, जिनमें मध्य प्रदेश भी शामिल है।
मेट्रो नेटवर्क अब 1000 किलोमीटर से अधिक लंबा
भारत का मेट्रो नेटवर्क अब 1000 किलोमीटर से अधिक लंबा हो चुका है, और यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है, जो केवल चीन और अमेरिका से पीछे है। 2014 में यह नेटवर्क केवल 248 किलोमीटर लंबा था, लेकिन पिछले दस सालों में यह तीन गुना बढ़कर 1000 किलोमीटर से अधिक हो गया है। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पिछले साल एक कार्यक्रम में कहा था कि अगले दो से तीन वर्षों में भारत अमेरिका को पीछे छोड़ते हुए दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क वाला देश बन जाएगा। यह भारत के तेजी से बढ़ते इंफ्रास्ट्रक्चर की स्पष्ट निशानी है।
दैनिक जीवन का अहम हिस्सा बन चुका
आजकल, मेट्रो केवल एक सार्वजनिक परिवहन का साधन नहीं रहा, बल्कि यह लोगों के दैनिक जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे ऑफिस जाना हो या स्कूल, मेट्रो अब सबसे सुविधाजनक और किफायती यात्रा का साधन बन गया है। इसकी तेज़, सुरक्षित और विश्वसनीय सेवाएं शहरी क्षेत्रों में लाखों लोगों को रोज़ की यात्रा में मदद कर रही हैं। भारत का मेट्रो नेटवर्क अब न सिर्फ एक यातायात व्यवस्था है, बल्कि यह देश की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और इंफ्रास्ट्रक्चर विकास का प्रतीक बन चुका है।
