
नई दिल्ली. Operation Sindoor update: गुरुवार रात पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के सैन्य ठिकानों पर किए गए नापाक हमलों के बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के ज़रिए दुश्मन को करारा जवाब दिया है। वायुसेना, थलसेना और नौसेना के प्रमुखों के साथ सीडीएस जनरल और डीजीएमओ की आपात बैठक रक्षा मंत्रालय में शुरू हो चुकी है, जिसकी अगुवाई खुद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं।
पाकिस्तान की कायरता, भारत की तैयारी
8 मई की रात पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइलों से भारत के जम्मू, पठानकोट और उधमपुर स्थित सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की नाकाम कोशिश की। भारत का एयर डिफेंस सिस्टम मुस्तैदी से एक्टिव हुआ और आठ मिसाइलों को हवा में ही तबाह कर दिया गया। जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने पाकिस्तान के लाहौर सहित कई एयर डिफेंस सिस्टम को ध्वस्त कर दिया। इतना ही नहीं, एक एफ-16 सुपरसोनिक लड़ाकू विमान को भी मार गिराया गया।
पंजाब और जम्मू-कश्मीर में अलर्ट
सीमा से लगे क्षेत्रों में संभावित खतरे को देखते हुए पंजाब सरकार ने राज्य के सभी स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी बंद करने का आदेश दिया है। परीक्षाएं भी रद्द कर दी गई हैं। साथ ही नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है—0172-2741803 और 0172-2749901 पर लोग मदद ले सकते हैं। जम्मू-कश्मीर में भी 9 और 10 मई को सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे।
भारत की रणनीति स्पष्ट: जवाब होगा निर्णायक
रक्षा मंत्रालय में हुई हाई-लेवल मीटिंग में जवाबी कार्रवाई की रूपरेखा और भविष्य की रणनीति पर चर्चा की जा रही है। सैन्य सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर का दूसरा चरण और भी व्यापक हो सकता है।
अमेरिका का तटस्थ रुख
इस बीच, पाकिस्तान में स्थित अमेरिकी दूतावास ने जानकारी दी कि अमेरिकी सचिव मार्को रुबियो ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से बातचीत की है और तनाव कम करने पर बल दिया है। वहीं, अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने स्पष्ट किया कि “भारत-पाकिस्तान संघर्ष में अमेरिका की कोई सीधी भूमिका नहीं है।” उनका बयान था, “हम किसी से हथियार डालने की अपील नहीं कर सकते, हम सिर्फ कूटनीतिक प्रयास कर सकते हैं।”
जम्मू की स्थिति सामान्य, लेकिन सतर्कता बरकरार
हालांकि जम्मू में स्थिति सामान्य बताई जा रही है, लेकिन सेना और सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। सीमावर्ती इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है।
