नई दिल्ली. Pakistan AirCrafts Update: भारत सैन्य क्षमताओं और स्वदेशी निर्माण तकनीक के मामले में पाकिस्तान से कई कदम आगे है। जहां एक ओर भारत ने तेजस जैसे सुपरसोनिक लड़ाकू विमान का सफलतापूर्वक विकास किया है, वहीं DRDO ने 16 नवंबर 2024 को भारत के पहले लंबी दूरी के हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण कर यह साबित कर दिया कि भारत अब उन देशों के समूह में शामिल हो गया है, जिनके पास यह घातक हथियार है।
पाकिस्तान हमेशा से भारत से सैन्य शक्ति में मुकाबला करने की कोशिश करता रहा है। इसी सिलसिले में, पाकिस्तान ने IDEAS 2024 का आयोजन 19 से 22 नवंबर 2024 तक कराची में किया। IDEAS (International Defence Exhibition and Seminar) एक प्रमुख रक्षा प्रदर्शनी और सेमिनार है, जिसमें वैश्विक रक्षा उद्योग के नए विकास और योजनाओं को प्रदर्शित किया जाता है।
PFX – पाकिस्तान का अगला बड़ा कदम
इस बार, पाकिस्तान एयर फोर्स (PAF) ने अपनी महत्वाकांक्षी परियोजना PFX (Pakistan Fighter Experimental) का खुलासा किया। यह परियोजना एक 4.5+ पीढ़ी के घरेलू लड़ाकू विमान के निर्माण पर केंद्रित है, जो पाकिस्तान की सैन्य ताकत को और बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया जा रहा है।
भारत ने दशकों तक ऐसे विमान का विकास करने की कोशिश की और अंततः सफलतापूर्वक तेजस लड़ाकू विमान का निर्माण किया। अब पाकिस्तान ने भी अपनी स्वदेशी तकनीकी क्षमता को बढ़ाने की योजना बनाई है और तेजस के प्रतिस्पर्धी विमान के रूप में PFX को पेश किया है।
PFX बन सकता है खेल का बदलने वाला कदम
पाकिस्तान का कहना है कि PFX विमान भारत के तेजस से मुकाबला कर सकेगा। तेजस एक सुपरसोनिक सिंगल-इंजन लड़ाकू विमान है, जबकि PFX एक ट्विन-इंजन फाइटर जेट होगा जिसमें अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी, जिनमें चीन के साथ मिलकर विकसित किए गए JF-17 से भी बेहतर क्षमताएँ हो सकती हैं।
PAF का दावा है कि PFX में स्टील्थ तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जिससे यह राडार द्वारा कम से कम पहचाना जाएगा। इसके अलावा, यह पैसिव राडार से भी लैस होगा, जिससे यह बिना किसी संकेत के दुश्मन के विमानों को पहचान सकेगा और अपनी लोकेशन को सुरक्षित रख सकेगा।
PFX की विशेषताएँ:
- स्टील्थ फीचर्स: PFX में आधुनिक स्टील्थ तकनीक शामिल होगी, जिससे यह दुश्मन के राडार से बचकर अपनी स्थिति को गोपनीय बनाए रखेगा।
- पैसिव राडार: यह राडार दुश्मन के विमानों को बिना किसी संकेत के पहचान सकेगा।
- सशक्त एवियोनिक्स: इसमें उन्नत एवियोनिक्स, ज्यादा शक्तिशाली राडार और बेहतर पेलोड क्षमता जैसे फीचर्स होंगे।
PAF के एक प्रवक्ता ने कहा कि, “PFX लड़ाकू विमान अगले 4-5 वर्षों में परिचालन के लिए तैयार होगा और यह भारतीय तेजस लड़ाकू विमान से मुकाबला करेगा। इसके अलावा, इसमें उन्नत एवियोनिक्स, शक्तिशाली राडार और अधिक पेलोड क्षमता जैसी विशेषताएँ भी होंगी।”
भारत-पाकिस्तान सैन्य प्रतिस्पर्धा में एक नया मोड़
पाकिस्तान का यह कदम भारतीय रक्षा क्षेत्र के लिए एक गंभीर चुनौती हो सकता है। PFX के विकास से पाकिस्तान अपनी वायु शक्ति को भारतीय तेजस जैसी स्वदेशी लड़ाकू विमानों के मुकाबले और भी सक्षम बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है।
हालांकि, भारत ने तेजस और अन्य स्वदेशी रक्षा उपकरणों के विकास के मामले में लगातार सफलता प्राप्त की है, फिर भी पाकिस्तान का यह नया प्रयास यह दिखाता है कि दोनों देशों के बीच रक्षा क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा अब और भी तीव्र हो सकती है।
