
नई दिल्ली. Rafale Fighter Jet: भारत की वायु शक्ति अब एक ऐसे पड़ाव पर पहुंच रही है, जहां दुश्मन को सीमा लांघे बिना ही तबाह किया जा सकेगा। राफेल जैसे अत्याधुनिक लड़ाकू विमान अब और घातक बनने जा रहे हैं, क्योंकि भारतीय वायुसेना और नौसेना राफेल में ब्रह्मोस-NG (नेक्स्ट जेनरेशन) सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल तैनात करने की तैयारी में है। ये सिर्फ तकनीक नहीं, भारत की रणनीतिक सोच और आत्मनिर्भरता की एक नई छलांग है। पाकिस्तान की नींद हराम करने वाली ये मिसाइल दुश्मन के ठिकानों को बेहद सटीकता से, पल भर में नेस्तनाबूद करने में सक्षम है – वो भी बिना सीमा लांघे।
राफेल + ब्रह्मोस-NG = दुश्मनों का सबसे बुरा सपना
- रफ्तार: 4170 किमी/घंटा (Mach 3.5), यानी दुश्मन को संभलने तक का मौका नहीं।
- मारक क्षमता: 290 किलोमीटर तक बिना सीमा पार किए हमला।
- सटीकता: जीपीएस और सेमी-एक्टिव लेजऱ से लैस – टारगेट बच नहीं सकता।
- डिज़ाइन: स्टील्थ तकनीक से तैयार – रडार से बचकर हमला करने में माहिर।
- वजन: सिर्फ 1.5 टन – ब्रह्मोस की तुलना में लगभग 50% हल्की।
- लॉन्च क्षमता: एक जेट से एक साथ दो मिसाइलें – दो निशानों पर एक साथ हमला।
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पाकिस्तान पर असर – ‘स्ट्रैटेजिक गेमचेंजर’
पाकिस्तान पहले ही भारत के राफेल बेड़े से घबराया हुआ था। अब जब ये जेट ब्रह्मोस-NG से लैस होंगे, तो उसकी आतंकी रणनीतियों और सीमा-पार साजिशों पर तगड़ा झटका लगेगा। ये मिसाइल राफेल को सिर्फ एक फाइटर जेट नहीं, बल्कि एक फुल-स्केल स्ट्रैटेजिक स्ट्राइक प्लेटफॉर्म बना देती है, जो पाकिस्तान के किसी भी आतंकी लॉन्चपैड, सैन्य बेस या कमांड सेंटर को पल भर में उड़ाने में सक्षम है।
2026 से परीक्षण, लखनऊ से निर्माण – ‘मेक इन इंडिया’ को नई रफ्तार
इस अत्याधुनिक मिसाइल का पहला परीक्षण वर्ष 2026 में किया जाएगा और इसका निर्माण उत्तर प्रदेश के लखनऊ में बन रहे ब्रह्मोस प्रोडक्शन सेंटर में होगा। इससे भारत के मिसाइल उत्पादन क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को नई दिशा मिलेगी।
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थल, जल, नभ – हर मोर्चे पर ‘ब्रह्मोस-एनजी’ की गूंज
ब्रह्मोस-एनजी का एयर लॉन्च वर्जन तो तैयार है ही, इसका लैंड-बेस्ड और नेवी शिप्स के लिए वर्जन भी तैयार किया जा रहा है। यानी भारत की सेना, वायुसेना और नौसेना – तीनों को एक जैसी घातक क्षमता मिलने वाली है।
इन लड़ाकू विमानों से की जाएगी तैनाती
- राफेल
- तेजस MK 1A
- मिराज-2000
- सुखोई-30 MKI
ब्रह्मोस-NG सिर्फ एक मिसाइल नहीं, बल्कि भारत के लिए एक ऐसा रणनीतिक हथियार है जो दुश्मन को उसके घर में घुसकर खत्म करने की क्षमता रखता है – और वह भी बिना सीमा लांघे। राफेल के पंखों पर सवार होकर ये मिसाइल पाकिस्तान की हर साजिश को धराशायी करने के लिए तैयार है।
