
जयपुर. Rajasthan News: भारत एशिया और प्रशांत क्षेत्र के 12वें क्षेत्रीय 3आर और सर्कुलर इकोनॉमी फोरम की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह तीन दिवसीय फोरम सोमवार से 3 मार्च से 5 मार्च तक राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर, जयपुर में आयोजित होगा। इस फोरम का केंद्रीय विषय है “रियलाइजिंग सर्कुलर सोसाइटीज टूवाड्र्स एचीविंग एसडीजी एंड कार्बन न्यूट्रीलिटी इन एशिया पेसिफिक”, जो क्षेत्र में सतत विकास लक्ष्यों और कार्बन न्यूट्रलिटी को प्राप्त करने के लिए सर्कुलर इकोनॉमी के सिद्धांतों पर ध्यान केंद्रित करेगा।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल के द्वारा किया जाएगा, और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी इस महत्वपूर्ण अवसर पर उपस्थित रहेंगे। यह आयोजन भारत के शहरी विकास, पर्यावरण संरक्षण और अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कदम है।
फोरम का उद्देश्य और साझेदार
इस फोरम का आयोजन भारत के आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय के स्वच्छ भारत मिशन-शहरी द्वारा जापान के पर्यावरण मंत्रालय, यूएन ईएससीएपी, यूएनसीआरडी, यूएनडीएसडीजी और यूएनडीईएसए के सहयोग से किया जा रहा है, और राजस्थान सरकार की भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है। इस फोरम में एशिया-प्रशांत क्षेत्र के 1000 से अधिक प्रतिनिधि भाग लेंगे, जिसमें नीति निर्माता, उद्योग जगत के नेता, शिक्षाविद और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
यह फोरम सर्कुलर अर्थव्यवस्था की दिशा में नीतिगत चर्चाओं और ज्ञान के आदान-प्रदान के लिए एक मंच प्रदान करेगा। इसमें मुख्य रूप से 3 आर (रिड्यूस, रीयूज, रीसाइकल) के सिद्धांतों और सर्कुलर इकोनॉमी पहलुओं पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
फोरम की मुख्य विशेषताएं
- इंडिया पवेलियन – भारत की 3आर और सर्कुलर अर्थव्यवस्था से जुड़ी पहलों और उपलब्धियों का एक समर्पित प्रदर्शन, जिसमें प्रमुख मंत्रालयों और मिशनों की प्रदर्शनियां शामिल होंगी।
- नीति और महापौरों का संवाद – इस विशेष सत्र में एशिया-प्रशांत क्षेत्र के शहरी नेताओं और नीति निर्माताओं को सर्वोत्तम प्रथाओं और अभिनव दृष्टिकोणों के आदान-प्रदान के लिए एक मंच प्रदान किया जाएगा।
- तकनीकी क्षेत्र का दौरा – प्रतिनिधि जयपुर में ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन सुविधाओं और प्रमुख विरासत स्थलों का दौरा करेंगे, जिससे उन्हें भारत के सतत शहरी विकास प्रयासों को समझने का अवसर मिलेगा।
- अंतर्राष्ट्रीय 3आर व्यापार और प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी – इस प्रदर्शनी में 40 से अधिक भारतीय और जापानी व्यवसाय और स्टार्ट-अप शामिल होंगे, जो अपशिष्ट प्रबंधन और परिपत्र अर्थव्यवस्था संक्रमण के लिए अभिनव समाधानों पर प्रकाश डालेंगे।
- ज्ञान उत्पादों का शुभारंभ – राष्ट्रीय शहरी मामलों के संस्थान द्वारा 100 से अधिक सर्वोत्तम प्रथाओं का संग्रह और अन्य महत्वपूर्ण रिपोर्ट जारी की जाएगी।
- जयपुर घोषणा को अपनाना – एशिया-प्रशांत देशों को परिपत्र अर्थव्यवस्था की ओर ले जाने के लिए एक ऐतिहासिक नीति रूपरेखा (2025-34) को अपनाया जाएगा, जो हनोई घोषणा (2013-23) पर आधारित है।
फोरम में इनकी रहेगी भागीदारी
इस फोरम में 38 सदस्य देशों, 15 केंद्रीय मंत्रालयों, सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों, 60 से अधिक शहरों, 40 से अधिक व्यवसायों और 120 से अधिक विशेषज्ञों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसके साथ ही, तीनों दिन वर्चुअल भागीदारी का भी विकल्प रहेगा, जिससे दुनियाभर के हितधारकों से व्यापक जुड़ाव संभव होगा। इस संस्करण को भारत द्वारा दूसरी बार आयोजित किया जा रहा है, इससे पहले 2018 में इंदौर में फोरम का आयोजन हुआ था। पिछले संस्करण का आयोजन 2023 में कंबोडिया में किया गया था।प्रतिभागी यहां पंजीकरण कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए, आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
इस फोरम का आयोजन भारत के पर्यावरण, अपशिष्ट प्रबंधन और सर्कुलर इकोनॉमी के प्रति समर्पण को प्रदर्शित करता है, और इसे लेकर सभी के उत्साह और सहभागिता की उम्मीद है।
