जयपुर. Rajasthan News: 10 फरवरी से श्रीगंगानगर जिले के घड़साना में शुरू हुआ संयुक्त किसान मोर्चा का धरना और 15 फरवरी से टोल नाका 13 एमडी पर चल रहा चक्का जाम सोमवार को जिला प्रशासन और किसानों के बीच समझौते के बाद समाप्त हो गया। किसानों की प्रमुख मांगों पर जिला प्रशासन ने संवेदनशीलता से कार्रवाई करने का आश्वासन दिया, जिसके बाद किसान नेताओं ने धरना और चक्का जाम खत्म करने का निर्णय लिया।
किसानों की प्रमुख मांगें और प्रशासन का आश्वासन
किसानों द्वारा की गई मांगों में प्रमुख रूप से सिंचाई पानी, फसल खराबा मुआवजा, और सरसों के भुगतान की स्थिति पर ध्यान केंद्रित किया गया। जिला प्रशासन ने किसानों को आश्वासन दिया कि:
- सरहिंद फीडर का कार्य 28 फरवरी तक पूर्ण होगा, इसके बाद पंजाब से अतिरिक्त सिंचाई पानी प्राप्त करने के लिए प्रयास किए जाएंगे।
- फसल खराबा मुआवजे का भुगतान, जिसमें पहले ही 9,181 किसानों को 16,0092174 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है, बाकी किसानों के भुगतान की प्रक्रिया जल्द ही पूरी की जाएगी।
- सरसों भुगतान के लिए राज्य सरकार से पत्राचार कर उचित कार्रवाई की जाएगी और वंचित किसानों को जल्द ही भुगतान किया जाएगा।
किसानों के साथ वार्ता और प्रशासनिक समन्वय
वार्ता में शामिल होने वाले प्रशासनिक अधिकारियों में जिला कलक्टर डॉ. मंजू, एसपी श्री गौरव यादव, और एडीएम अनूपगढ़ अशोक सांगवा ने किसानों की समस्याओं को समझते हुए जल्द समाधान का आश्वासन दिया। प्रशासन की तरफ से यह स्पष्ट किया गया कि 28 फरवरी तक सिंचाई पानी की स्थिति में सुधार लाने के प्रयास किए जाएंगे और बाकी समस्याओं का शीघ्र समाधान किया जाएगा।
मांगों पर बनी सहमति और कार्यवाही
मांग | प्रशासनिक आश्वासन |
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अतिरिक्त सिंचाई पानी | 28 फरवरी के बाद पंजाब सरकार से अतिरिक्त पानी लेने के प्रयास किए जाएंगे। |
फसल खराबा मुआवजा | 9,181 किसानों को ₹16,0092174 का भुगतान किया गया, बाकी किसानों को जल्द भुगतान। |
सरसों भुगतान | राज्य सरकार से पत्राचार कर जल्द भुगतान की कार्रवाई। |
किसानों और जिला प्रशासन के बीच हुई वार्ता में प्रमुख मुद्दों पर सहमति बनी, और किसानों को उनके अधिकारों के लिए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। धरना और चक्का जाम के समाप्त होने के बाद अब प्रशासन और किसान दोनों के बीच आपसी समन्वय से समाधान की ओर कदम बढ़ाए जा रहे हैं।
