
नागौर. Rajasthan News: राजस्थान के नागौर शहर की तस्वीर अब पूरी तरह बदलने जा रही है! जिस तरह जयपुर को रिंग रोड से नई पहचान मिली, अब वैसा ही बुनियादी बदलाव नागौर के लिए दस्तक दे रहा है। केंद्र सरकार ने नागौर के लिए एक नई हाई-प्रोफाइल सडक़ परियोजना को हरी झंडी देने की तैयारी कर ली है – 375 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाला 16 किलोमीटर लंबा बायपास, जो बीकानेर रोड को लाडनूं रोड से जोड़ेगा।
बायपास नहीं, नागौर का ‘फ्यूचर पास’!
नागौर में पहले से तीन तरफ बायपास रोड तैयार है, लेकिन अब अमरपुरा से गोगेलाव तक का बायपास बनने के बाद 47 किलोमीटर लंबी फुल रिंग रोड का सपना साकार होगा। यानी शहर के चारों ओर एक ऐसा ट्रैफिक फ्री बेल्ट तैयार होगा जो सिर्फ वाहन ही नहीं, विकास की रफ्तार को भी पंख देगा।
कहां से कहां तक होगा बायपास?
अमरपुरा से गोगेलाव तक बनेगा ये नया 16 किमी का सेक्शन
मौजूदा बायपास:
- अमरपुरा से चुगावास – 19.2 किमी
- चुगावास से गोगेलाव – 12.07 किमी
- अब ये नया बायपास तीनों को जोडकऱ शहर को पूरी तरह घेर लेगा।
परियोजना की कीमत-375 करोड़!
एनएच नागौर खंड के एक्सईएन दीपक परिहार के मुताबिक, डीपीआर बन चुकी है और बाकी प्रक्रियाएं लगभग पूरी हो गई हैं। जल्द ही अंतिम मंजूरी मिलते ही काम शुरू हो जाएगा।
नागौर को क्या होंगे फायदे?
- भारी वाहनों से मिलेगी मुक्ति: शहर से गुजरने वाले एनएच-65 और एनएच-89 पर अब भारी ट्रैफिक शहर में घुसने की बजाय बायपास से निकलेगा।
- यातायात सुगम, हादसों में होगी कमी : सडक़ें खाली होंगी, ट्रैफिक जाम कम होगा और एक्सीडेंट की आशंका भी घटेगी।
- औद्योगिक क्षेत्र को मिलेगा बूस्ट: गोगेलाव के पास जो नया इंडस्ट्रियल ज़ोन बन रहा है, वहां माल ढुलाई के लिए शहर में नहीं घुसना पड़ेगा।
- शहर का सुनियोजित विस्तार: बीकानेर रोड पर पहले से मौजूद हॉस्पिटल, कॉलेज, सरकारी संस्थान आदि को बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
- आने-जाने वालों के लिए राहत: बाहर से आने वाले छात्रों, मरीजों और अफसरों को सीधे रिंग रोड से सुविधाजनक पहुंच मिलेगी।
नागौर 2.0 की ओर कदम
यह बायपास सिर्फ एक सडक़ नहीं, नागौर को एक ‘स्मार्ट सिटी’ के फाउंडेशन की ओर ले जाने वाला गियर है। यहां से न सिर्फ यातायात सुधरेगा, बल्कि विकास की नई गलियों का रास्ता भी खुलेगा।
