
जयपुर. Rajasthan News: वर्दी के पीछे छिपी निस्वार्थ सेवा और अदम्य साहस को अब मिलेगा वो सम्मान, जिसका इंतज़ार वर्षों से था। राजस्थान में वर्ष 2025 से पहली बार उन पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को ‘मुख्यमंत्री सराहनीय सेवा पदक’ से नवाज़ा जाएगा, जिन्होंने अपने कर्तव्य पथ पर न सिर्फ अनुकरणीय सेवा दी, बल्कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था को चट्टान की तरह संभाले रखा।
भजनलाल सरकार का अभिनव कदम
राजस्थान पुलिस स्थापना दिवस के पावन अवसर पर 40 बहादुर पुलिसकर्मियों को यह विशेष पदक प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस पहल को मंजूरी देते हुए कहा: “राजस्थान पुलिस का परिश्रम और समर्पण अतुलनीय है। यह पदक उनके मनोबल को नई उड़ान देगा। सरकार पूरी प्रतिबद्धता से पुलिस बल को आधुनिक संसाधन दे रही है।”
ये हैं वो 40 सितारे, जिनकी वर्दी अब और दमक उठेगी
आईपीएस स्तर पर सम्मानित अधिकारी
- मालिनी अग्रवाल – अतिरिक्त महानिदेशक, सिविल राइट्स एवं एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग
- प्रफुल्ल कुमार – महानिरीक्षक, सतर्कता
- प्रीति चंद्रा – उप महानिरीक्षक, प्रशिक्षण
- राशि डोगरा डूडी – पुलिस उपायुक्त, जयपुर शहर (उत्तर)
7 आरपीएस अधिकारी शामिल
- महेन्द्र कुमार भगत
- सैयद मुस्तफा अली जैदी
- आदर्श चौधरी
- हिमांशु शर्मा
- चंचल मिश्रा
- आलोक कुमार गौतम
- दशरथ सिंह
29 वर्दीधारी – मैदान से लेकर मोर्चे तक की नायाब कहानियां
इन 29 जांबाज़ों में शामिल हैं – निरीक्षक, उप निरीक्षक, प्लाटून कमांडर, हेड कांस्टेबल, महिला कांस्टेबल और कांस्टेबल चालक तक, जो दिन-रात प्रदेश की सुरक्षा में जुटे रहे।
कुछ नाम जिन्होंने सेवा को अपना धर्म बना लिया:
- बजरंग सिंह (कंपनी कमांडर)
- आनंद कुमार (पुलिस निरीक्षक)
- उम्मेद सिंह (एएसआई)
- सीमा देवी (महिला कांस्टेबल)
- दुर्गालाल सेन (कांस्टेबल चालक)
और दर्जनों अन्य जांबाज़ नाम जिनकी गाथा हर गली-मोहल्ले में सुनाई जाती है।
इस पदक से जुड़ी विशेष बातें
- पहली बार वर्ष 2025 में यह सम्मान शुरू हो रहा है।
- चयनित अधिकारी-कर्मचारियों का चयन सेवा की उत्कृष्टता, कर्तव्यनिष्ठा व मानवीय संवेदनाओं के आधार पर हुआ है।
- यह पदक न केवल व्यक्तिगत सम्मान है, बल्कि पूरे पुलिस बल की प्रेरणा बनेगा।
