
जयपुर. Rajasthan News: राजस्थान ने 3 फरवरी को सूर्य नमस्कार के क्षेत्र में नया विश्व रिकॉर्ड कायम किया। राज्य स्तरीय कार्यक्रम में एक साथ एक करोड़ 53 लाख से अधिक लोगों ने सूर्य नमस्कार किया, जो कि पहले के रिकॉर्ड 1.33 करोड़ से कहीं अधिक है। इस ऐतिहासिक सफलता के बाद, गुरुवार को विधानसभा परिसर में वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधि श्री प्रथम भल्ला ने इस विश्व कीर्तिमान का प्रोविजनल प्रमाण पत्र शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को सौंपा। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इस अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई दी और कहा कि यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है जो राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और जनता के योग के प्रति समर्पण को दर्शाती है। उन्होंने कहा, “सूर्य नमस्कार न केवल हमारे प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है, बल्कि यह शारीरिक स्वास्थ्य, मानसिक सुकून और तनाव-मुक्त जीवन जीने के लिए भी अत्यंत लाभकारी है।” उन्होंने सभी से अपील की कि वे योग को अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करें और इसके लाभों का अनुभव करें।
राज्य स्तर पर सूर्य नमस्कार का आयोजन
इस आयोजन की सफलता के पीछे शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के मार्गदर्शन में शिक्षा विभाग द्वारा की गई तैयारियां थीं। 3 फरवरी को राज्यभर के सभी राजकीय और निजी विद्यालयों में सूर्य नमस्कार का आयोजन किया गया था। एसएमएस फुटबॉल ग्राउंड, जयपुर में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने भी सूर्य नमस्कार में भाग लिया।
योग के महत्व पर जोर
शिक्षा मंत्री ने इस मौके पर सूर्य नमस्कार को शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बताया और इसे जीवन की दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा बनाने की बात कही। उन्होंने कहा, “सूर्य नमस्कार न केवल हमें शारीरिक रूप से ताजगी देता है, बल्कि यह हमें मानसिक शांति और संतुलन भी प्रदान करता है। यह हमारी परंपरा का एक अनमोल हिस्सा है, और इसे जीवन में अपनाने से हम स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी सकते हैं।”
अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे
इस मौके पर अन्य महत्वपूर्ण सरकारी अधिकारी भी उपस्थित थे, जिनमें कृष्ण कुणाल, शासन सचिव स्कूल शिक्षा, आशीष मोदी, निदेशक माध्यमिक शिक्षा, और सीताराम जाट, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा शामिल थे। सभी ने इस आयोजन की सफलता को एक ऐतिहासिक क्षण बताया और राज्यवासियों को इस रिकॉर्ड को बनाने के लिए धन्यवाद दिया।
इस रिकॉर्ड से राजस्थान का गौरव बढ़ा
राजस्थान का यह प्रयास राज्यवासियों के सामूहिक प्रयास और योग के प्रति उनकी जागरूकता का प्रतीक है। यह उपलब्धि न केवल राज्य के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह पूरे देश में योग और सूर्य नमस्कार के महत्व को भी उजागर करती है। इस रिकॉर्ड से यह स्पष्ट होता है कि जब समाज एकजुट होकर काम करता है, तो वह किसी भी चुनौती को पार कर सकता है। राजस्थान का यह प्रयास न केवल राष्ट्रीय स्तर पर प्रेरणादायक है, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी योग और सूर्य नमस्कार के लाभों को फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
