
जयपुर. Rising Rajasthan: राजस्थान सरकार ने प्रवासी राजस्थानियों को राज्य के विकास की मुख्यधारा से जोडऩे की दिशा में एक महत्वपूर्ण और दूरदर्शी कदम उठाया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान फाउंडेशन ने “नॉलेज सीरीज” की शुरुआत की है, जिसका मकसद दुनियाभर में बसे राजस्थानियों को राज्य की स्टार्टअप नीति, निवेश अवसरों और राइजिंग राजस्थान समिट जैसी योजनाओं से जोडऩा है। इस सीरीज को सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के सहयोग से संचालित किया जा रहा है। इसकी पहली वर्चुअल कांफ्रेंस गुरुवार को योजना भवन में आयोजित हुई, जिसमें अमेरिका, सिंगापुर, यूके सहित दुनिया भर से 150 से अधिक प्रवासी राजस्थानियों ने हिस्सा लिया।
प्रवासी प्रतिभाओं को मिलेगा प्लेटफॉर्म
राजस्थान फाउंडेशन की आयुक्त डॉ. मनीषा अरोड़ा ने बताया कि यह पहल सिर्फ एक संवाद नहीं, बल्कि प्रवासी राजस्थानियों को उनकी जड़ों से जोडऩे और राज्य के विकास में भागीदार बनाने का माध्यम है। इसके तहत संभावित निवेशकों को हैंड-होल्डिंग सपोर्ट, यानि हर कदम पर मार्गदर्शन और सहयोग उपलब्ध कराया जा रहा है।
स्टार्टअप्स के लिए समृद्ध इकोसिस्टम
सत्र के दौरान प्रतिभागियों को राजस्थान की स्टार्टअप नीति, iStart प्लेटफॉर्म, भामाशाह टेक्नो हब, इनक्यूबेशन सेंटर्स, और राज्य सरकार की सहयोग योजनाओं की जानकारी दी गई। इन सभी का मकसद एक ऐसा इकोसिस्टम तैयार करना है जहाँ नवाचार और उद्यमिता को पंख मिलें।
प्रवासी निवेशकों की उत्सुकता
कांफ्रेंस में अमेरिका से जुड़े कुणाल जैन ने स्टार्टअप्स के लिए उपलब्ध लाभों में गहरी रुचि दिखाई और रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को लेकर सवाल पूछे। वहीं सिंगापुर के सुरेश अग्रवाल ने इस पहल की प्रशंसा करते हुए राजस्थान के स्टार्टअप्स में निवेश की इच्छा जाहिर की। कार्यक्रम में सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के उप निदेशक मनोज विश्नोई सहित कई विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
