
Russia-ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध अब तीसरे साल में प्रवेश कर चुका है, लेकिन शांति की कोई किरण अब भी नजर नहीं आ रही। यह युद्ध 24 फरवरी, 2022 को शुरू हुआ था, जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर सैन्य कार्रवाई का आदेश दिया था। शुरू में माना जा रहा था कि यह युद्ध कुछ ही दिनों में खत्म हो जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। यूक्रेन ने अंतरराष्ट्रीय समर्थन और अपनी साहसी सेना के बल पर रूस को अब तक खुली जीत नहीं लेने दी।
सबसे बड़ा हमला: सुमी में मिसाइलों की बारिश
रविवार को रूस की ओर से सुमी शहर को निशाना बनाया गया। रिपोट्र्स के मुताबिक, रूस ने दो अत्यधिक घातक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जो एक व्यस्त सडक़ के पास गिरीं। इनमें से एक मिसाइल सीधे एक ट्रॉलीबस पर जा गिरी, जो स्थानीय लोगों से भरी हुई थी। हमले में अब तक 34 नागरिकों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। यह इस साल का अब तक का सबसे घातक हमला बताया जा रहा है।
117 घायल, कई की हालत नाज़ुक
स्थानीय प्रशासन ने जानकारी दी है कि 117 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई की हालत बेहद गंभीर है। घायलों को सुमी और आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों के अनुसार, मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। मिसाइल हमले से सिर्फ लोग ही नहीं, सुमी विश्वविद्यालय, रिहायशी इमारतें और दुकानें भी तबाह हो गईं। अस्पतालों में अफरातफरी मची रही—लोग अपने परिजनों को खोजते रहे, और खून से सने कपड़ों में घायल लोग इलाज का इंतजार करते रहे।
टूटती उम्मीदें, बिखरती ज़िंदगियां
यह हमला न सिर्फ एक शहर पर था, यह हमला था — आम नागरिकों की रोज़मर्रा की ज़िंदगी पर।
एक छात्र जो यूनिवर्सिटी जा रहा था…
एक मां जो अपने बच्चों को लेकर बाजार जा रही थी…
एक बुजुर्ग जो बस से अस्पताल जा रहे थे…
अब इन सबकी कहानी वहीं थम गई, जहां रूस की मिसाइल गिरी।
दुनियाभर में निंदा, ट्रंप ने जताई चिंता
इस भीषण हमले की निंदा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसे “भयानक घटना” बताते हुए कहा: “मुझे बताया गया कि यह हमला एक गलती हो सकती है। लेकिन जो हुआ, वह किसी भी दृष्टिकोण से अस्वीकार्य है।” गौरतलब है कि ट्रंप यूक्रेन और रूस, दोनों पक्षों के साथ बातचीत कर रहे हैं और इस युद्ध को रोकने की कोशिश में हैं।
युद्ध का गणित: कौन जीत रहा है?
युद्ध का तीसरा साल चल रहा है, और अब तक साफ है कि न तो रूस ने यूक्रेन पर पूरी तरह जीत हासिल की है, और न ही यूक्रेन रूस को पीछे ढकेल पाया है। लेकिन हार और जीत की इस लड़ाई में जो सबसे ज्यादा हार रहा है, वह है इंसानियत।
- यूक्रेन के कई शहर तबाह हो चुके हैं
- लाखों लोगों को पलायन करना पड़ा है
- हजारों सैनिक और नागरिक मारे जा चुके हैं
- बच्चों की शिक्षा, बुजुर्गों की सुरक्षा और लोगों का जीवन पूरी तरह बदल चुका है
तस्वीरें जो सन्न कर देंगी
- मलबे में तब्दील ट्रॉलीबस
- बच्चों के टूटे खिलौने
- खून से सने फुटपाथ
- अस्पताल के बाहर रोते परिजन
