
मुंबई. Stock Market News: बीते सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता देखी गई, जिसमें चार दिन तेजी और दो दिन कमजोर रुख रहा। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती को लेकर अनिश्चितता के बीच, स्थानीय कंपनियों के कमजोर तिमाही परिणाम और विदेशी निवेशकों द्वारा पूंजी निकासी के दबाव के कारण सोमवार को शेयर बाजार में भारी बिकवाली हुई। इस दौरान सेंसेक्स 824.29 अंक गिरकर 75,366.17 अंक और निफ्टी 263.05 अंक लुढ़ककर 22,829.15 अंक पर बंद हुआ।
आरबीआई की तरलता बढ़ाने की घोषणा से बाजार में उछाल
मंगलवार को आरबीआई द्वारा बैंकिंग प्रणाली में तरलता बढ़ाने के उपायों की घोषणा के बाद, फरवरी की मौद्रिक नीति समीक्षा में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद बढ़ी। इसके परिणामस्वरूप वित्तीय सेवाएं, बैंकिंग, ऑटो और रियल्टी क्षेत्र की कंपनियों में जबरदस्त लिवाली देखने को मिली। इससे सेंसेक्स 535.24 अंक चढ़कर 75,901.41 अंक और निफ्टी 128.10 अंक उछलकर 22,957.25 अंक पर पहुंच गया।
विश्व बाजार की तेजी से उत्साहित निवेशक
फेड रिजर्व द्वारा ब्याज दरों को स्थिर रखने की संभावना और भारतीय बजट से अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद के चलते, स्थानीय स्तर पर लिवाली का रुख मजबूत हुआ। इसके परिणामस्वरूप बुधवार को सेंसेक्स 631.55 अंक की बढ़ोतरी के साथ 76,532.96 अंक और निफ्टी 205.85 अंक चढ़कर 23,163.10 अंक पर पहुंच गया।
आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट से निवेशकों का भरोसा बढ़ा
गुरुवार को आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट में देश के जीडीपी वृद्धि दर के 6.3 से 6.8 प्रतिशत तक रहने का अनुमान जताया गया, जिससे निवेशकों का भरोसा मजबूत हुआ। इसने सेंसेक्स को 226.85 अंक बढ़ाकर 76,759.81 अंक और निफ्टी को 86.40 अंक चढ़ाकर 23,249.50 अंक पर बंद कर दिया।
निवेशकों के निराशा के बाद विशेष सत्र में बिकवाली
हालांकि, शनिवार को संसद में पेश केंद्रीय बजट में पूंजीगत व्यय में उम्मीद से कम वृद्धि (10 फीसदी) के प्रस्ताव से निवेशक निराश हुए। इसके बाद भारी बिकवाली का दबाव देखने को मिला, और सेंसेक्स महज 5.39 अंक बढ़कर 77,505.96 अंक पर और निफ्टी 26.25 अंक गिरकर 23,482.15 अंक पर बंद हुआ। इस प्रकार, बीते सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला, जहां एक ओर कुछ दिनों में जबरदस्त तेजी देखी गई, वहीं बजट के प्रस्ताव से निराशा के बाद बाजार में मंदी भी आई।
