
लंदन. Syria Civil War: सीरिया के पूर्व राष्ट्रपति बशर अल-असद (Bashar al Assad) पर आरोप है कि उन्होंने रूस भागने से पहले इजरायल को अपने देश के सैन्य रहस्यों की जानकारी बेच दी थी, जिसके बाद से इजरायल ने सीरिया के सैन्य ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए हैं। असद के इस कदम को लेकर आलोचनाएँ हो रही हैं, और उन पर कायरता के आरोप लगाए जा रहे हैं।
असद ने ऐसा क्यों किया?
‘द सन’ की रिपोर्ट के अनुसार, असद का यह कदम अपनी जान बचाने के लिए लिया गया अंतिम उपाय था। जानकारी के मुताबिक, बशर अल-असद ने देश छोड़ने से पहले इजरायल के साथ एक खतरनाक सौदा किया, जिसमें उन्होंने सीरिया के सैन्य रहस्यों को इजरायल के हाथों में सौंप दिया। यह सौदा असद के लिए सुरक्षित निकलने का एक तरीका था, ताकि वह सीरिया से भागने के बाद अपनी जान बचा सकें।
क्या थे ये मिलिट्री सीक्रेट्स?
असद के बारे में कहा जा रहा है कि उन्होंने इजरायल को सीरिया के हथियारों के डिपो, मिसाइल सिस्टम, और युद्धक विमानों के ठिकानों की सूची सौंपी। इन निर्देशांकों के आधार पर इजरायल ने सीरिया के सैन्य ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए हैं, जिससे उनकी रणनीतियों को सफलता मिल रही है। तुर्की के एक प्रमुख समाचार पत्र हुर्रियत के लेखक अब्दुलकादिर सेल्वी ने बताया कि असद ने यह सुनिश्चित किया कि इजरायल को सीरियाई सैन्य ठिकानों की जानकारी मिल जाए, ताकि उनकी हवाई हमलें को आसानी से निशाना बनाया जा सके।
सीरिया से भागने का कारण
बशर अल-असद सीरिया छोड़कर रूस में शरण लेने गए थे, जब विद्रोहियों ने उनकी सरकार को उखाड़ फेंका। असद का कहना था कि जिस सैन्य बेस में वह छिपे थे, वहां पर हमले के कारण उन्हें रूस भागने का निर्णय लेना पड़ा। इसके बाद इजरायल ने सीरिया के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले शुरू कर दिए, जिससे असद की सरकार और भी कमजोर हो गई।
इजरायल क्यों कर रहा है हमले?
इजरायल ने कहा है कि वह इन हमलों को इस कारण से अंजाम दे रहा है ताकि सीरिया के हथियार चरमपंथियों के हाथ न जाएं। वहीं, सीरिया के नए नेता अहमद अल-शरा ने इजरायल के हमलों के बाद संकेत दिया कि अब वह इजरायल के साथ और अधिक संघर्ष नहीं चाहते। उन्होंने कहा, “इजरायल ने हमारी सीमाओं को पार किया है, लेकिन वर्षों के संघर्ष के बाद सीरिया नए संघर्षों में शामिल नहीं हो सकता।”
