
नई दिल्ली. Tahawwur Rana: भारत की धरती पर एक कुख्यात आतंकी का कदम पड़ा है। 26/11 मुंबई आतंकी हमले के गुनहगार और मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका से भारत लाया गया है। गुरुवार की सुबह जैसे ही उसका विमान पालम एयरपोर्ट पर लैंड हुआ, पूरा एयरपोर्ट छावनी में तब्दील हो गया। यह कोई सामान्य गिरफ्तारी नहीं, बल्कि भारत की आतंक के खिलाफ वैश्विक मोर्चे पर एक बड़ी कूटनीतिक और रणनीतिक जीत है।
अमेरिका से सीधे भारत, हाई-लेवल ऑपरेशन
भारतीय समय के अनुसार बुधवार शाम 7.10 बजे अमेरिका से विशेष विमान ने उड़ान भरी थी। इस ऑपरेशन को बेहद गोपनीय रखा गया, और तहव्वुर राणा को लाने के लिए स्पेशल टीम को अमेरिका भेजा गया था।
पहुंचते ही एयरपोर्ट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे
- 4 इनोवा गाडिय़ां,
- 2 सफारी वाहन,
- जैमर वैन,
- बम निरोधक दस्ते की तैनाती,
- और एक कड़ा सुरक्षा काफिला उसे एयरपोर्ट से सीधे एनआईए हैडक्वार्टर ले गया।
कौन है तहव्वुर राणा?
- तहव्वुर राणा, पाकिस्तान मूल का कनाडाई नागरिक है
- लश्कर-ए-तैयबा से संबंध
- डेविड कोलमैन हेडली का साथी – जिसने 26/11 हमलों की रेकी की थी
- अमेरिका की कोर्ट में दोषी ठहराया गया
- भारत ने उसके प्रत्यर्पण की मांग वर्षों से की थी
भारत तैयार, अब चलेगी सख्त पूछताछ
जैसे ही तहव्वुर राणा एनआईए हेडक्वार्टर पहुंचा, जांच एजेंसियों ने पूछताछ की रूपरेखा तैयार कर ली है।
उससे पूछे जाएंगे सवाल
- 26/11 की साजिश में उसकी भूमिका
- पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ढ्ढस्ढ्ढ के साथ रिश्ते
- डेविड हेडली के साथ प्लानिंग
- आतंकी नेटवर्क की फंडिंग और संपर्क सूत्र
उच्चस्तरीय बैठक के बाद आया राणा
राणा की भारत में लैंडिंग से पहले, बुधवार को एक गंभीर बैठक बुलाई गई थी जिसमें गृहमंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शामिल थे। यह बैठक इस बात का साफ संकेत थी कि भारत इस बार कोई भी कसर नहीं छोडऩे वाला।
बीजेपी प्रवक्ता का बयान
शहजाद पूनावाला ने कहा कि “यह सिर्फ एक प्रत्यर्पण नहीं है, यह नए भारत का संकल्प है – अब आतंकियों पर चुप नहीं बैठेंगे, उन्हें मुंहतोड़ जवाब देंगे।”
मुंबई हमले में कब क्या हुआ
- 26 नवंबर 2008 की रात को 10 चरमपंथियों ने मुंबई की कई इमारतों पर एक साथ हमला किया था.
- अजमल कसाब को 21 नवंबर, 2012 को पुणे के यरवडा जेल में फांसी दे दी गई.
- हमले के लिए हेडली और तहव्वुर हुसैन राणा पर साज़िश रचने और मदद करने के आरोप लगे, दोनों बचपन के दोस्त थे.
- आरोप है कि शिकागो में दोबारा मिलने के बाद राणा ने अमेरिका में डेविड हेडली को महत्वपूर्ण सहायता प्रदान की थी.
- चरमपंथियों ने दो पाँच सितारा होटलों, एक अस्पताल, रेलवे स्टेशनों और एक यहूदी केंद्र को निशाना बनाया.
- हमले में शामिल रहे अजमल आमिर कसाब को पकड़ लिया गया.
- बाद में हेडली तहव्वुर राणा के ख़िलाफ़ सरकारी गवाह बन गए.
- अमेरिकी नागरिकों को मारने में मदद करने सहित 12 आरोपों पर राणा को सज़ा मिली. वे फिलहाल अमेरिकी जेल में सज़ा काट रहे हैं.
- इस हमले में 164 लोग मारे गए थे जिसमें नौ चरमपंथी भी शामिल थे.
- आतंकवाद निरोधक दस्ते के प्रमुख हेमंत करकरे समेत मुंबई पुलिस के कई अधिकारी भी जान गँवा बैठे.
