
मेरठ/हापुड़. Tahhawur rana: 26/11 मुंबई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा अब एक बार फिर सुरक्षा एजेंसियों की रडार पर है – और इस बार वजह है उसका वेस्ट यूपी कनेक्शन। नई जांच में खुलासा हुआ है कि मुंबई हमले से ठीक पहले राणा सिर्फ महाराष्ट्र में ही नहीं, बल्कि वेस्ट यूपी के मेरठ, हापुड़ और आगरा जैसे संवेदनशील शहरों में भी सक्रिय था। 13 नवंबर से 21 नवंबर 2008 के बीच, राणा आगरा के अलावा मेरठ और हापुड़ में भी मौजूद रहा। हापुड़ में तो उसके कुछ रिश्तेदारों के यहां रुकने की पुष्टि हो चुकी है। जबकि मेरठ में उसकी गतिविधियों को लेकर रेकी की आशंका गहराती जा रही है।
क्या था मकसद? क्या आर्मी की छावनियां थीं निशाने पर?
मेरठ, हापुड़ और आगरा – ये तीनों शहर न सिर्फ सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि तीनों में सेना की बड़ी छावनियां भी हैं। सुरक्षा एजेंसियों का शक है कि मुंबई हमला शायद आतंकियों की पूरी साजिश का एक हिस्सा मात्र था, और वेस्ट यूपी भी उनके निशाने पर था।
खुफिया एजेंसियों की हलचल तेज
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और अन्य एजेंसियां तहव्वुर राणा से भारत प्रत्यर्पण के बाद लगातार पूछताछ कर रही हैं। मेरठ के एसएसपी डॉ. विपिन ताडा के मुताबिक, अभी तक किसी जांच एजेंसी ने स्थानीय पुलिस से औपचारिक रूप से संपर्क नहीं किया है, लेकिन इनपुट्स का इंतजार किया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, राणा की भारत यात्रा के दौरान उसकी पत्नी समराज अख्तर भी उसके साथ थी और दोनों दिल्ली, कोच्चि, अहमदाबाद, मुंबई, हापुड़ और आगरा में घूमे थे। इन जगहों का स्ट्रैटजिक महत्व देखकर माना जा रहा है कि ये महज पर्यटन नहीं था, बल्कि ये एक सुनियोजित रेकी मिशन का हिस्सा था।
पड़ताल से खुलेंगे राज?
जैसे-जैसे तहव्वुर राणा से पूछताछ आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे संभावना है कि वेस्ट यूपी में उसकी साजिश से जुड़े कई रहस्य सामने आएंगे। इससे न सिर्फ 26/11 हमले की गहराई से पड़ताल हो सकेगी, बल्कि यह भी स्पष्ट होगा कि क्या सेना की छावनियों को भी निशाना बनाने की तैयारी थी? साथ ही, इस जांच के जरिए यह भी पता लगाया जा सकता है कि आतंकियों को वेस्ट यूपी में किसी प्रकार की लोकल मदद तो नहीं मिल रही थी। रिश्तेदारों की भूमिका, संपर्क सूत्र और स्थानीय नेटवर्क – सब अब खुफिया एजेंसियों की जांच के दायरे में हैं।
