
TikTok Update News: अमेरिका में चीनी सोशल मीडिया ऐप टिकटॉक का भविष्य हाल ही में एक नए मोड़ पर पहुंचा है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की है कि वह टिकटॉक को फिर से अमेरिका में अपनी सेवाएं प्रदान करने की अनुमति देंगे। इसके साथ ही, ट्रंप ने टिकटॉक के संचालन के लिए एक नया प्रस्ताव भी पेश किया, जिसमें अमेरिकी कंपनियों को इस प्लेटफार्म में 50 प्रतिशत हिस्सेदारी देने की बात की गई है। ट्रंप के इस फैसले से टिकटॉक को न केवल राहत मिली है, बल्कि इसके भविष्य को लेकर आशा भी जागी है।
ट्रंप का बयान: टिकटॉक को अमेरिका में फिर से काम करने की अनुमति
ट्रंप ने हाल ही में एक बयान में कहा था कि वह टिकटॉक को अमेरिका में फिर से काम करने की अनुमति देंगे। उनका यह बयान टिकटॉक के लिए एक बड़ी उम्मीद की किरण साबित हुआ है, क्योंकि इससे पहले टिकटॉक को अमेरिका में अपने संचालन को लेकर कई कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। ट्रंप का यह कदम कंपनी के लिए एक सकारात्मक मोड़ लेकर आया है, और टिकटॉक ने ट्रंप का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनके समर्थन ने कंपनी के आत्मविश्वास को बढ़ाया है।
बाइडेन प्रशासन के आदेशों के बाद संकट: टिकटॉक के लिए मुश्किल समय
इससे पहले, राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन के तहत टिकटॉक को अमेरिका में अपने कारोबार को लेकर कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। बाइडेन प्रशासन के आदेशों के चलते टिकटॉक को अमेरिका में अपनी सेवाओं को बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ा था। इस संकट के बीच, ट्रंप के बयान ने टिकटॉक को राहत दी और कंपनी ने अपनी सेवाएं फिर से शुरू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी।
ट्रंप का कार्यकारी आदेश: 90 दिन का अंतरिम समाधान
ट्रंप ने इस मामले में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए घोषणा की कि वह टिकटॉक पर लगे प्रतिबंध को 90 दिनों के लिए टालने के लिए एक कार्यकारी आदेश जारी करेंगे। इस आदेश का उद्देश्य था कंपनियों को अनिश्चितता से बाहर लाना और राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक संतुलित समझौता करना। ट्रंप का यह कदम टिकटॉक के संचालन को फिर से पटरी पर लाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
संयुक्त उद्यम में अमेरिकी हिस्सेदारी का प्रस्ताव: 50 प्रतिशत का प्रस्ताव
ट्रंप ने इस मौके पर एक और बड़ा प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि टिकटॉक के संचालन में अमेरिका को 50 प्रतिशत हिस्सेदारी मिलनी चाहिए, जिससे कंपनी को चीन से बाहर रखा जा सके। इस प्रस्ताव के तहत टिकटॉक का नियंत्रण अमेरिकी कंपनियों और सरकार के हाथ में होगा, जो अमेरिकी व्यवसायों और कर्मचारियों के लिए फायदेमंद साबित होगा। ट्रंप का मानना है कि यह कदम न केवल अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा, बल्कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।
नौकरियां और अमेरिकी हितों की सुरक्षा: टिकटॉक को बचाने की आवश्यकता
ट्रंप ने यह भी कहा कि टिकटॉक को बचाने की आवश्यकता है, क्योंकि इसके जरिए लाखों अमेरिकी नागरिकों को रोजगार मिलता है, और छोटे व्यवसायों को भी लाभ होता है। उन्होंने जोर देकर कहा कि अमेरिका नहीं चाहता कि यह महत्वपूर्ण व्यापार चीन के हाथों में चला जाए। उनका मानना था कि टिकटॉक के संचालन को जारी रखने से अमेरिकी कारोबार को बढ़ावा मिलेगा और कई नौकरियां बचाई जा सकती हैं।
अमेरिका और चीन के बीच समझौते की संभावना
ट्रंप का यह कदम टिकटॉक के लिए एक नई दिशा प्रदान कर सकता है। इस कदम के जरिए दोनों देशों के बीच एक समझौते की संभावना बन सकती है, जो अमेरिकी हितों और राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए टिकाऊ और दीर्घकालिक समाधान की ओर बढ़ेगा। ट्रंप का सकारात्मक रुख टिकटॉक के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है, जिससे न केवल अमेरिकी कंपनियों और नौकरियों को लाभ होगा, बल्कि दोनों देशों के रिश्तों में भी कुछ हलचल आ सकती है। यह घटनाक्रम इस बात का प्रतीक है कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार और राष्ट्रीय सुरक्षा के बीच संतुलन बनाने की चुनौती अब और भी जटिल हो गई है, लेकिन ट्रंप के प्रस्ताव से दोनों पक्षों के लिए एक समाधान की संभावना बनती है।
अभी टिकटॉक पर कहां-कहां प्रतिबंध
वर्तमान में, कई देशों में टिकटॉक पर विभिन्न प्रकार के प्रतिबंध लगाए गए हैं, जिनका मुख्य कारण राष्ट्रीय सुरक्षा, डेटा सुरक्षा और नीति संबंधी चिंताएं हैं।
1. अमेरिका
अमेरिका में टिकटॉक पर व्यापक चिंताएं थीं, खासकर ट्रंप प्रशासन के दौरान, जिन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा के कारण टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की थी। हालांकि, जो बाइडेन प्रशासन के तहत स्थिति थोड़ी बदल गई है, लेकिन टिकटॉक पर नियंत्रण के लिए अमेरिकी सरकार ने कुछ सुरक्षा उपायों को सख्त किया है, जैसे कि डेटा सुरक्षा के बारे में चेतावनियां और अन्य प्रबंधन बदलाव। कुछ राज्यों और सरकारी एजेंसियों ने अभी भी अपने अधिकारियों को सरकारी उपकरणों पर टिकटॉक इस्तेमाल करने से प्रतिबंधित किया हुआ है।
2. भारत
भारत ने 2020 में राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के चलते टिकटॉक सहित 59 चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। भारत सरकार का कहना था कि ये ऐप्स भारतीय नागरिकों का डेटा चीन के साथ साझा कर सकते हैं, जिससे देश की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। इसके बाद, टिकटॉक ने भारत में अपनी सेवाएं बंद कर दीं और अब तक वहां पुनः लॉन्च नहीं किया गया है।
3. आस्ट्रेलिया
आस्ट्रेलिया में भी टिकटॉक पर सुरक्षा चिंताओं को लेकर विचार किया गया है। हालांकि यहां पर आधिकारिक रूप से टिकटॉक पर प्रतिबंध नहीं है, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई संसद और सरकारी एजेंसियों ने अपने कर्मचारियों को टिकटॉक के उपयोग से रोकने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सरकार और सुरक्षा एजेंसियां लगातार यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही हैं कि ऐप पर डेटा सुरक्षा को लेकर कोई समस्या न हो।
4. इंडोनेशिया
इंडोनेशिया में 2018 में टिकटॉक को प्रतिबंधित कर दिया गया था क्योंकि इसे ऑनलाइन अश्लील सामग्री और हिंसक वीडियो फैलाने के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था। हालांकि बाद में कंपनी ने कुछ बदलाव किए और कई तरह की सामग्री को हटा दिया, जिसके बाद प्रतिबंध हटा लिया गया। फिर भी, सरकार अब भी टिकटॉक के कंटेंट पर निगरानी रखती है और उसे नियमित रूप से कड़ी निगरानी में रखती है।
5. पाकिस्तान
पाकिस्तान में भी टिकटॉक को कुछ बार प्रतिबंधित किया गया है। यहां की सरकार ने आरोप लगाया कि ऐप पर अनैतिक और अनुचित सामग्री का प्रसार हो रहा था। पाकिस्तान टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी (PTA) ने टिकटॉक को कई बार बंद किया और इसे तब तक फिर से खोलने की अनुमति दी जब तक ऐप ने सामग्री को फिल्टर करने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए।
6. यूरोपीय संघ (EU)
यूरोपीय संघ में भी टिकटॉक के डेटा सुरक्षा और गोपनीयता के संबंध में चिंताएं हैं, खासकर युवा उपयोगकर्ताओं के डेटा को लेकर। कुछ यूरोपीय देशों जैसे कि डेनमार्क और नीदरलैंड्स ने टिकटॉक पर कुछ नीतिगत प्रतिबंध लगाए हैं। हालांकि, यूरोपीय संघ में व्यापक स्तर पर प्रतिबंध नहीं हैं, लेकिन डेटा सुरक्षा को लेकर ऐप पर सख्त नियम लागू किए गए हैं।
7. कनाडा
कनाडा में भी कुछ सरकारी एजेंसियों ने सुरक्षा कारणों से टिकटॉक के उपयोग पर पाबंदी लगा दी है। सरकारी कर्मचारियों के लिए उपकरणों पर इस ऐप के उपयोग पर रोक है, और यहां भी डेटा सुरक्षा को लेकर चिंता जताई गई है।
