Actor Allu Arjun: तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी ने शुक्रवार को देशभर में हलचल मचा दी। जहां एक ओर उनके प्रशंसक अभिनेता की गिरफ्तारी पर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर यह मामला तेलंगाना की राजनीति में भी गर्मा गया है। अल्लू अर्जुन को फिल्म ‘पुष्पा 2: द रूल’ के प्रीमियर के दौरान हुई भगदड़ में एक महिला की मौत के मामले में हैदराबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया। उन्हें कड़ी सुरक्षा में उनके घर से हिरासत में लेकर चिक्कड़पल्ली पुलिस स्टेशन भेजा गया, जहां उनकी मेडिकल जांच गांधी अस्पताल में हुई। इस गिरफ्तारी ने राज्य में सियासी हलचल तेज कर दी है।
बीजेपी और बीआरएस का कांग्रेस पर हमला
अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और बीआरएस ने कांग्रेस सरकार की कड़ी आलोचना की। केंद्रीय मंत्री बंदी संजय कुमार ने कहा कि अभिनेता के साथ जो व्यवहार किया गया, वह ‘अनुचित और अपमानजनक’ था। उनका आरोप था कि अल्लू अर्जुन को कपड़े बदलने का समय दिए बिना ही उनके शयनकक्ष से उठाया गया। वहीं, बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामा राव ने सरकार को घेरते हुए कहा कि अभिनेता को ‘सामान्य अपराधी’ जैसा दिखाना अनुचित है। राव ने भगदड़ की घटना को सरकार की विफलता करार दिया और कहा कि अल्लू अर्जुन के साथ सम्मानजनक व्यवहार किया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी का बयान
तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने इस मामले में सरकार की भूमिका से इनकार किया और कहा, “कानून अपना काम कर रहा है, इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है।” उन्होंने पीड़ित महिला और उसके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की, लेकिन विपक्ष इस बयान से संतुष्ट नहीं है। उनका कहना है कि सरकार ने जानबूझकर अल्लू अर्जुन को निशाना बनाया है।
भगदड़ पर उठते सवाल
संध्या थिएटर में हुई भगदड़ की घटना के दौरान प्रशासन की लापरवाही पर भी सवाल उठ रहे हैं। विपक्ष का आरोप है कि भारी भीड़ को संभालने में प्रशासन पूरी तरह से विफल रहा, जिसके कारण यह घटना हुई। बीजेपी और बीआरएस का मानना है कि यह घटना सरकारी लापरवाही का परिणाम थी, और अभिनेता को दोषी ठहराना उचित नहीं है। केटी रामा राव ने कहा, “अल्लू अर्जुन जैसे महान अभिनेता, जिन्होंने भारतीय सिनेमा को वैश्विक पहचान दिलाई है, उनके साथ गरिमा का व्यवहार होना चाहिए। भगदड़ के लिए उन्हें सीधे जिम्मेदार ठहराना न्यायसंगत नहीं है।”
