
नई दिल्ली.Budget 2025: जिंदल स्टेनलेस ने केंद्रीय बजट 2025-26 का स्वागत करते हुए इसे दूरदर्शी और प्रगतिशील करार दिया। कंपनी के प्रबंध निदेशक अभ्युदय जिंदल ने इस बजट को विकास, स्थिरता और सामाजिक कल्याण के बीच एक आदर्श संतुलन बनाने वाला बताया। उन्होंने कहा कि यह बजट भारत को एक आर्थिक महाशक्ति के रूप में स्थापित करने के लिए एक मजबूत कदम है, जो नए इंफ्रास्ट्रक्चर, उन्नत विनिर्माण और पर्यावरणीय स्थिरता पर केंद्रित है।
इंफ्रास्ट्रक्चर में मजबूत निवेश और विकास
जिंदल स्टेनलेस ने बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र के लिए किए गए आवंटन को सराहा। अभ्युदय जिंदल ने कहा, “भारत के विकास में आधारभूत संरचना की केंद्रीय भूमिका है, और यह बजट इस दिशा में गति बनाए रखता है।” इस बजट में पूंजीगत व्यय (कैपेक्स) में 10.08 प्रतिशत की वृद्धि के साथ इसे 11.21 लाख करोड़ रुपये तक बढ़ाया गया है। इसके अलावा, राज्यों के पूंजीगत व्यय के लिए 1.5 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जो देशभर में आधारभूत संरचनाओं के निर्माण को बढ़ावा देंगे। इसके साथ ही 10 लाख करोड़ रुपये का एसेट मोनेटाइजेशन प्लान (2025-30) नए प्रोजेक्ट्स के लिए आवश्यक धन उपलब्ध कराएगा।
पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत परिवहन, शहरी विकास और ऊर्जा क्षेत्रों में निजी निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा। जिंदल ने शहरों को विकास केंद्र बनाने के उद्देश्य से प्रस्तावित एक लाख करोड़ रुपये का अर्बन चैलेंज फंड की भी सराहना की, जिसे स्थायी शहरीकरण और बुनियादी ढांचे के निर्माण में मदद मिलेगी।
‘मेक इन इंडिया’ और विनिर्माण क्षेत्र को मिलेगा बल
जिंदल स्टेनलेस ने बजट में ‘मेक इन इंडिया’ पहल को बढ़ावा देने के निरंतर प्रयासों का भी स्वागत किया। अभ्युदय जिंदल ने कहा, “केंद्रीय बजट 2025-26 में ‘मेक इन इंडिया’ को एक प्रमुख प्राथमिकता के रूप में रखा गया है, जो भारत के विनिर्माण क्षेत्र को मजबूती देगा।” उन्होंने नेशनल मैन्युफैक्चरिंग मिशन को भी अहम बताया, जो व्यापार दक्षता, लागत प्रभावशीलता, एमएसएमई को सशक्त बनाने और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
डिजिटल स्किलिंग से निर्माण क्षेत्र में क्रांति
उन्होंने डिजिटल स्किलिंग पहल की भी सराहना की, जिसका उद्देश्य युवाओं को इंडस्ट्री 4.0 प्रौद्योगिकियों से लैस करना है। जिंदल ने कहा कि यह पहल विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों में क्रांति लाने की क्षमता रखती है, खासकर स्टेनलेस स्टील उद्योग में, जहां स्वचालन और उन्नत विनिर्माण प्रक्रियाएं तेजी से अपनाई जा रही हैं।
ऊर्जा क्षेत्र में सुधार और विश्वसनीय आपूर्ति
अभ्युदय जिंदल ने यह भी कहा कि बिजली आपूर्ति में सुधार और राज्यों को ऊर्जा अवसंरचना में निवेश के लिए अधिक वित्तीय स्वतंत्रता देने से सस्ती और विश्वसनीय ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित होगी, जो उद्योगों और व्यवसायों के लिए एक स्थिर और सहायक वातावरण प्रदान करेगी।
आईएसएसडीए का स्वागत: भविष्य के विकास का रोडमैप
इंडियन स्टेनलेस स्टील डेवलपमेंट एसोसिएशन (आईएसएसडीए) के अध्यक्ष राजमणि कृष्णमूर्ति ने भी केंद्रीय बजट 2025-26 का स्वागत किया और इसे इंफ्रास्ट्रक्चर, विनिर्माण और स्थिरता पर केंद्रित एक दूरदर्शी बजट बताया। उन्होंने कहा कि यह बजट भारत के औद्योगिक और आर्थिक विकास की मजबूत नींव रखता है। इसके अलावा, स्टेनलेस स्टील उद्योग के दीर्घकालिक विकास के लिए यह एक संतुलित रोडमैप प्रस्तुत करता है। उन्होंने यह भी कहा कि बजट से परिवहन, शहरी विकास और ऊर्जा क्षेत्रों में स्टेनलेस स्टील की मांग बढ़ेगी और इस क्षेत्र के लिए स्थायी और पर्यावरण-अनुकूल बुनियादी ढांचे का निर्माण होगा।
केंद्रीय बजट 2025-26 भारत को वैश्विक मंच पर आर्थिक महाशक्ति के रूप में स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त कर रहा है। इंफ्रास्ट्रक्चर, विनिर्माण और स्थिरता पर केंद्रित यह बजट स्टेनलेस स्टील जैसे प्रमुख उद्योगों के लिए विकास और नवाचार के नए अवसर उत्पन्न करेगा, जिससे देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान होगा।
