
नई दिल्ली. Delhi Assembly Election: दिल्ली विधानसभा चुनाव की सरगर्मी अब तेज हो गई है, लेकिन एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में दिल्ली की मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) की नेता आतिशी ने आज अपना नामांकन दाखिल नहीं किया। सोमवार को उन्हें कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पर्चा दाखिल करना था, लेकिन किसी कारणवश उन्होंने इसे स्थगित कर दिया। अब वह मकर संक्रांति के दिन नामांकन पत्र दाखिल करेंगी।
आतिशी ने नामांकन से पहले अपनी शक्ति प्रदर्शन रैली शुरू की थी और चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराने के लिए अरविंद केजरीवाल, पंजाब के सीएम भगवंत मान और अन्य आप नेताओं के साथ गए थे।
आतिशी का धार्मिक रैली से अभियान की शुरुआत
नामांकन से पहले आतिशी ने मनीष सिसोदिया के साथ गिरि नगर स्थित गुरुद्वारा श्री गुरु गोविंद साहिब में मत्था टेका। इसके बाद वह कालकाजी मंदिर भी गईं और मां काली के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। पत्रकारों से बातचीत में आतिशी ने कहा, “मैंने पिछले पांच वर्षों में अपनी विधानसभा क्षेत्र में अथक मेहनत की है। कालकाजी के लोग मेरे परिवार जैसे हैं, वे मुझे अपनी बेटी और बहन के रूप में देखते हैं। मैं सिर्फ एक प्रतिनिधि नहीं हूं, बल्कि उनके जीवन का हिस्सा हूं।”
बीजेपी पर हमला: गरीब विरोधी पार्टी
आतिशी ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधते हुए कहा, “बीजेपी एक ‘झुग्गी विरोधी’ और ‘गरीब विरोधी’ पार्टी है, जबकि आम आदमी पार्टी हाशिए पर पड़े समुदायों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है।” उनका यह बयान दिल्ली के चुनावी माहौल में बीजेपी और आप के बीच बढ़ती सियासी तकरार को दर्शाता है।
आतिशी का मुकाबला बीजेपी के रमेश बिधूड़ी से
कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में आतिशी का मुकाबला बीजेपी के अनुभवी नेता रमेश सिंह बिधूड़ी से है। बिधूड़ी, जो पहले तुगलकाबाद से विधायक रह चुके हैं और दक्षिण दिल्ली से पूर्व सांसद भी रहे हैं, का इस क्षेत्र में मजबूत राजनीतिक आधार है। वहीं, कांग्रेस ने इस सीट पर अलका लांबा को अपना उम्मीदवार बनाया है, जो पहले आप में शामिल थीं और अब कांग्रेस में वापसी कर चुकी हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मतदान 5 फरवरी को होगा और मतगणना 8 फरवरी को की जाएगी। इस चुनावी मुकाबले में कालकाजी विधानसभा क्षेत्र की लड़ाई में सभी प्रमुख पार्टियों के बीच कड़ी टक्कर की संभावना है।
कौन है आतिशी
आतिशी, जिनका पूरा नाम आतिशी मलिक है, एक भारतीय राजनीतिज्ञ और आम आदमी पार्टी (आप) की वरिष्ठ नेता हैं। वह दिल्ली की मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की करीबी सहयोगी मानी जाती हैं और 2015 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी के लिए अहम भूमिका निभाई थी। आतिशी को शिक्षा, सामाजिक कल्याण और महिला अधिकारों के मुद्दों पर काम करने के लिए जाना जाता है।
आतिशी का जन्म 8 जनवरी 1981 को दिल्ली में हुआ था। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी शिक्षा प्राप्त की और फिर ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से पब्लिक पॉलिसी में मास्टर डिग्री हासिल की। इसके बाद उन्होंने शिक्षा नीति के क्षेत्र में काम करना शुरू किया।
आतिशी ने राजनीति में कदम रखने से पहले शिक्षा सुधारों और समाज सेवा के लिए काम किया था। 2013 में जब अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ा, तो आतिशी ने पार्टी के लिए प्रचार किया और समाजिक मुद्दों पर काम किया। 2015 में उन्हें दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी से टिकट मिला, हालांकि वह जीतने में सफल नहीं हो पाईं। इसके बाद भी उन्होंने दिल्ली के विभिन्न मुद्दों पर काम करना जारी रखा।
वर्तमान में, वह दिल्ली की मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार में मंत्री हैं और कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से आगामी चुनावों में भी उनकी उम्मीदवारी तय की गई है।
